झारखण्ड। रांची के नगड़ी के मेन रोड में प्रतिमा विसर्जन शोभायात्रा के दौरान शुक्रवार की शाम जमकर बवाल हुआ। दो पक्ष के लोग आमने-सामने हो गए। इस दौरान पूरा इलाका रणक्षेत्र बन गया। दोनों ओर से जमकर पथराव और लाठी-डंडे भी चले। दोनों पक्षों की ओर से कई राउंड फायरिंग किए जाने का आरोप भी लगाया गया। हालांकि पुलिस ने फायरिंग की पुष्टि नहीं की है। इस घटना में दोनों पक्षों की ओर से आधा दर्जन से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं।
घटना के बाद रांची जिला प्रशासन की ओर से नगड़ी अंचल क्षेत्र में अगले आदेश तक निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। रांची के सदर अनुमंडल पदाधिकारी के निर्देश पर शुक्रवार को रात दस बजे से अगले आदेश तक के लिए अंचल क्षेत्र में धारा 144 लागू रहेगी। घटना की जानकारी मिलने के बाद उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा, एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा, ग्रामीण एसपी मनीष टोप्पो, सिटी एसपी राजकुमार मेहता पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। बेकाबू भीड़ पुलिस से भी उलझ गयी। इसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करनी पड़ी। घटना के दौरान भीड़ ने एक दर्जन से ज्यादा वाहनों में तोड़फोड़ की। साथ ही राहगीरों के साथ भी मारपीट की गई।
नगड़ी इलाके में प्रतिमा विसर्जन को लेकर शुक्रवार की शाम में शोभायात्रा निकाली गई थी। रात करीब आठ बजे शोभायात्रा एक धार्मिक स्थल के पास पहुंची। वहां पर शोभायात्रा में शामिल लोग नाच-गान कर रहे थे। इसी क्रम में धार्मिक स्थल के पास मौजूद लोगों ने धार्मिक स्थल से आगे बढ़ने को कहा। इस बात को लेकर दोनों पक्षों के लोगों में बकझक शुरू हो गयी। बात इतनी बढ़ गई कि मारपीट के बाद दोनों ओर से पथराव शुरू कर दिया गया। आरोप है कि एक धार्मिक स्थल से पहले पथराव शुरू हुआ। इसके बाद दोनों ओर से जमकर पत्थरबाजी होने लगी।