POK में भारत को दहलाने की बड़ी साजिश पर ISI और आतंकी संगठनों के बीच हुई सीक्रेट बैठक
मुजफ्फराबाद में भारत को दहलाने की साजिश को लेकर ISI और आतंकी संगठनों के बीच सीक्रेट बैठक आयोजित की गई।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क ;- Fikr Aapki: 21 सितंबर को आईएसआई और आतंकी संगठनों के बीच PoK के मुजफ्फराबाद में सीक्रेट मीटिंग हुई. भारतीय खुफिया एजेंसी के मुताबिक इस मीटिंग में ISI ने जम्मू-कश्मीर में बड़ी संख्या में आतंकियों को लॉन्च करने को कहा.
Fikr Aapki: भारत को दहलाने की बड़ी साजिश! Pok में आतंकी संगठनों के साथ ISI की बैठक, 200 लोगों की हिट लिस्ट तैयार
पीओके में आतंकी संगठनों के साथ ISI की बैठक-
हाल के दिनों में जम्मू-कश्मीर में कश्मीरी पंडितों और गैर-मुस्लिमों पर हुए हमले महज संयोग नहीं, बल्कि पाकिस्तान का प्रयोग है. आने वाले दिनों में इस तरह के हमले और तेज करने की नापाक साजिश रची जा रही है. पाकिस्तान की कुख्यात खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) ने हाल ही में पीओके (PoK) में कई आतंकी संगठनों के नेताओं से मुलाकात की है. साथ ही उन्हें जम्मू-कश्मीर में हमले तेज करने को कहा गया है. कश्मीरी पंडितों और गैर-मुस्लिमों को निशाना बनाने को कहा गया है.
बताया जा रहा है कि 21 सितंबर को आईएसआई और आतंकी संगठनों के बीच PoK के मुजफ्फराबाद में सीक्रेट मीटिंग हुई. भारतीय खुफिया एजेंसी के मुताबिक इस मीटिंग में ISI ने जम्मू-कश्मीर में बड़ी संख्या में आतंकियों को लॉन्च करने को कहा. आईएसआई ने आतंकियों को जम्मू कश्मीर में टारगेट किलिंग बढ़ाने को कहा है. इस साजिश के तहत सुरक्षाबलों और खुफिया विभाग में काम कर रहे कश्मीरियों पर हमले करने को कहा गया है.
ISI की हिट लिस्ट में 200 लोग
बीजेपी-आरएसएस से जुड़े गैर-कश्मीरी लोगों को भी निशाना बनाने को कहा गया है.
इस अलर्ट के मुताबिक ISI ने 200 लोगों की हिट लिस्ट तैयार की है. जिनकी हत्या से कश्मीर घाटी में तनाव पैदा किया जा सके. कथित तौर पर इस लिस्ट में कई कश्मीरी पंडितों के नाम शामिल हैं जो घाटी में समुदाय की वापसी के लिए एक्टिव दिख रहे हैं. दूसरी ओर घाटी में आतंकियों के सफाए में जुटे सुरक्षाबल पर भी आतंकी हमले हो रहे हैं. जिसमें कल भी सेना के दो राइफलमैन शहीद हो गए.
चप्पे-चप्पे पर सेना का काफिला और एक्शन में देश के जवान, ये सबूत है कश्मीर घाटी में आतंकियों पर फाइनल प्रहार का. आतंक के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस का. दरअसल, त्योहारों के मौके पर पाकिस्तान की नापाक साजिश चरम पर है. 14 अक्टूबर की शाम आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर पुंछ जिले के मेंढर में 60 घंटे के भीतर दूसरा हमला किया. जिस समय यहां आतंकी हमला हुआ उस समय सेना की 48 आरआर, 16 आरआर और एसओजी का ज्वाइंट सर्च ऑपरेशन चल रहा था. आतंकी हमले के बाद नरखास के जंगलों में जबरदस्त मुठभेड़ हुई. जिसमें सेना के दो राइफलमैन शहीद हो गए.
सर्वोच्च बलिदान देने वाले 26 वर्ष के राइफलमैन विक्रम सिंह नेगी उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल के विमन गांव के निवासी थे और 27 साल के राइफलमैन योगंबर सिंह, चमोली जिला के संकरी गांव के रहने वाले थे. आपको बता दें कि अंधेरा और सघन जंगल होने के कारण सुरक्षाबलों के सामने चुनौती बड़ी थी. आतंकी भाग ना सकें इसके लिए पूरे जंगल की घेराबंदी की गई. अगले दिन भी सर्च ऑपरेशन जारी रहा.