जम्मू: जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में आतंकियों के खिलाफ जारी ऑपरेशन में एक स्थानीय पुलिसकर्मी की मौत हो गई है। इसके अलावा दो अधिकारी घायल हो गए हैं। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
एडीजीपी (जम्मू) आनंद जैन ने रविवार को बताया है कि शनिवार को कठुआ जिले के बिलावर इलाके में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में एक हेड कांस्टेबल शहीद हुआ। वहीं, एक पुलिस उपाधीक्षक और एक सहायक उपनिरीक्षक घायल हो गए हैं।
उन्होंने कहा, आतंकवादियों की तलाश की जा रही है। जंगलों में तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है। सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ के बाद कठुआ जिले के बिलावर के खोग इलाके में एक ज्वाइंट ऑपरेशन चलाया गया। उन्होंने कहा, मुठभेड़ में हेड कांस्टेबल (बशीर अहमद) की मौत हो गई, जबकि एक एएसआई और एक डीएसपी घायल हैं जिनकी हालत अब स्थिर है।
एडीजीपी ने बताया है कि यहां पर तीन से चार आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना है। जानकारी मिली है कि वे विदेशी आतंकवादी हैं। अधिकारियों ने जम्मू-कश्मीर के तीसरे चरण के तहत होने वाले मतदान पर कहा है कि शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराया जाएगा।
माना जा रहा है कि आतंकवादी कट्टर विदेशी भाड़े के सैनिक हैं जिन्होंने पिछले तीन-चार महीनों के दौरान जम्मू संभाग के डोडा, कठुआ, राजौरी, पुंछ और रियासी जिलों में सेना, स्थानीय पुलिस और आम नागरिकों पर हमले किये थे। पहाड़ी इलाकों में सेना और अन्य लोगों के खिलाफ घात लगाकर हमला करने के बाद आतंकवादी घने जंगल और झाड़ियों वाले इलाकों में भाग जाते हैं। आतंकवादियों की गुरिल्ला रणनीति को नाकाम करने के लिए, पैरा कमांडो और पर्वतीय क्षेत्र में युद्ध के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित चार हजार से अधिक सैनिकों को जम्मू संभाग के पहाड़ों की चोटियों और घने जंगलों में तैनात किया गया है। इसके बाद से इन जिलों में आतंकवादी हमलों में भारी कमी आई है।