School students को मिलेगा लाभ, शारीरिक शिक्षकों की कमी होगी दूर

Update: 2024-07-15 10:14 GMT
Shimla. शिमला। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों को अब पूर्व खिलाड़ी खेल की बारीकियां सिखाएंगे। हॉकी, फुटबॉल, वॉलीवाल, कबड्डी, बैडमिंटन और खो-खो जैसे खेल की बारीकियां सिखाई जाएगी। शिक्षा विभाग में खेल कोटे से भर्ती हुए कर्मचारियों की इसके लिए मदद ली जाएगी। शिक्षा निदेशक की ओर से सभी स्कूलों को एक सर्कुलर भेजा गया है। इसमें मुख्य अध्यापकों और प्रधानाचार्यों को ऐसे शिक्षकों और गैर शिक्षकों की सूची भेजने के निर्देश दिए गए हैं जो खेल कोटे से भर्ती हुए हैं। उनसे यह भी पूछा गया है कि क्या वह बच्चों को कोचिंग देना चाहते हैं। यदि हां तो इसकी
सूची शिक्षा निदेशालय को भेजे।

उप शिक्षा निदेशक कार्यालयों के माध्यम से यह सूची निदेशालय भेजने को कहा गया है। इसके बाद विभाग शिक्षकों को इस कार्य में लगाएगा। शिक्षा विभाग में कई शिक्षक और गैर शिक्षक ऐसे हैं जो हिमाचल का राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। खेल कोटे से वह शिक्षा विभाग में नौकरी लग गए हैं। विभाग का तर्क है कि वह बच्चों के हुनर को तराश कर उन्हें भी अच्छा खिलाड़ी बना सकते हैं। विभाग अभी तक इनकी सुध तक नहीं ले रहा था। अब इनकी मदद लेने की योजना बनाई है ताकि छात्रों को इससे फायदा हो सके। स्कूलों में शारीरिक शिक्षक ही बच्चों को हर खेल के बारे में कोचिंग देते हैं। वह किसी एक ही खेल में दक्ष होते हैं। विभाग का मानना है कि स्कूल में यदि एक से ज्यादा शिक्षक और गैर शिक्षक ऐसे मिलते हैं जो अलग-अलग खेलों में महारत हासिल रखते हैं तो इसका फायदा बच्चों को हो सकता है।
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