कमलनाथ को लेकर सज्जन वर्मा ने दिया बड़ा बयान

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Update: 2024-02-18 16:38 GMT
नई दिल्ली। कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ को लेकर अटकलों का दौर जारी है. सियासी हलकों में ऐसी चर्चा है कि वह जल्द ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. इन कयासों के बीच कमलनाथ के करीबी सज्जन वर्मा उनसे मुलाकात करने पहुंचे. मुलाकात से पहले उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि कमलनाथ ने राहुल गांधी से बात की है. कमलनाथ कल कांग्रेस में थे, आज कांग्रेस में हैं, कल भी कांग्रेस में रहेंगे, लेकिन परसों का मैं नहीं कह सकता. दरअसल, कमलनाथ के आवास पर इन दिनों कई पुराने नेताओं का आना शुरू हो गया है.
सज्जन वर्मा ने कहा कि मैं 40 साल से कमलनाथ के साथ हूं. मैं उनसे चर्चा करूंगा, ताकि लोगों के बीच किसी तरह की भ्रांति न रहे. कमलनाथ की कांग्रेस में अनदेखी के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये अलग मसला है कि अनदेखी हुई. लेकिन कमलनाथ कांग्रेस के काफी वरिष्ठ नेता है. उनका गांधी परिवार के साथ पारिवारिक संबंध रहे हैं. क्या कमलनाथ को कांग्रेस में न्याय नहीं मिल पा रहा है, इस सवाल के जवाब में सज्जन वर्मा ने कहा कि अन्याय की बात नहीं है.
छिंदवाड़ा से 9 बार सांसद और वर्तमान में इस सीट से विधायक कमलनाथ पूर्व में राज्य के सीएम रह चुके हैं.पिछले साल नवंबर में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद उन्हें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था. जो विधायक दिल्ली पहुंचे हैं वो फोन कॉल का जवाब नहीं दे रहे हैं. कुछ कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों ने दावा किया कि कमलनाथ के वफादार और पूर्व राज्य मंत्री लाखन घनघोरिया भी उनके साथ दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं.
मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री और नाथ के वफादार दीपक सक्सेना ने कहा था कि विधानसभा में हार के बाद जिस तरह से कमलनाथ को प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाया गया, उससे वह आहत हैं. सक्सेना ने कहा, 'हम चाहते हैं कि नेता को पूरा सम्मान दिया जाए. वह जो भी फैसला लेंगे, हम उनके साथ होंगे.' एक अन्य नाथ वफादार, पूर्व राज्य मंत्री विक्रम वर्मा ने अपनी एक्स प्रोफाइल में 'जय श्री राम' लिखा. पूर्व सांसद वर्मा ने शनिवार को कहा था कि मैं कमल नाथ के पीछे चलूंगा.' 230 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के पास 66 सीटें हैं.
मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख जीतू पटवारी ने कमलनाथ के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों को 'मीडिया की उपज करार' देते हुए कहा था कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कमलनाथ को अपना 'तीसरा बेटा' बताया था. पटवारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "कमलनाथ के बारे में ये बातें निराधार हैं. जब 1980 में कमलनाथ जी ने पहली बार चुनाव लड़ा था तो इंदिराजी ने (छिंदवाड़ा में) एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए नाथ को अपने तीसरे बेटे के रूप में पेश किया था. क्या कोई इंदिरा जी के तीसरे बेटे के भाजपा में शामिल होने का सपना देख सकते हैं?"
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