Shimla. शिमला. प्रदेश भर में बीते 24 घंटे से जारी बारिश का जनजीवन पर असर अब दिखने लगा है। बारिश से सडक़, बिजली और पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं। मंडी जिला में तेज बारिश का सबसे ज्यादा प्रभाव रहा है। यहां सडक़ें और ट्रांसफार्मर ठप हो गए हैं। शिमला में पेयजल योजनाओं पर बारिश बाधा बनी है। हालांकि पीडब्ल्यूडी, जलशक्ति और बिजली बोर्ड ने व्यवस्था को पटरी पर लाने में पूरी ताकत झोंक दी है और इसकी वजह से बीते 24 घंटे में बारिश के बावजूद बड़ा सुधार देखने को मिला है। बुधवार देर रात को प्रदेश भर में 115 सडक़ें बाधित हो गई थीं। इन्हें बहाल करने के लिए पीडब्ल्यूडी ने सुबह ही भारी मशीनरी को उतार कर काम शुरू कर दिया। दोपहर बाद तक पीडब्ल्यूडी ने 34 सडक़ों को बहाल कर लिया। इन सडक़ों पर दोबारा से वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है। मंडी में अभी भी 59 सडक़ें बाधित हैं। बारिश का सबसे ज्यादा असर मंडी जिला में ही देखने को मिला था। गुरुवार को यहां हालात सुधरते नजर आ रहे हैं। पीडब्ल्यूडी ने सूचना मिलने के बाद सभी सडक़ों को खोलने के लिए मशीनों को तैनात कर दिया था। विभाग ने चंबा में चार और सोलन में तीन सडक़ों को बहाल करने में कामयाबी हासिल की है।
हालांकि शिमला में 21 सडक़ें अभी भी बाधित हैं। इनमें से शिमला में 16, रामपुर में 14 और रोहड़ू में एक सडक़ बाधित है। वहीं बरसात का असर पेयजल योजनाओं पर भी देखने को मिल रहा है। गर्मियों में जलसंकट झेल चुके शिमला की 13 पेयजल योजनाएं गत चौबीस घंटे में बाधित हुई हैं। कुछ पेयजल योजनाओं में गाद भर गई है। इन पेयजल योजनाओं के बाधित होने से ठियोग और कुमारसेन में पेयजल संकट की स्थिति आने वाले दिनों में बन सकती है। ठप हुई पेयजल योजनाओं में ठियोग में आठ और कुमारसेन में पांच पेयजल योजनाएं बाधित हैं। यहां लोगों को बारिश के बीच दूरदराज से पानी ढोने को मजबूर होना पड़ रहा है। जलशक्ति विभाग ने जल्द ही सभी पेयजल योजनाओं को बहाल कर लेने की बात कही है। प्रदेश भर में 17 ट्रांसफार्मर में बिजली अभी भी गुल है। यहां लोगों को अंधेरे में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है। बुधवार देर रात को हुई बारिश की वजह से 212 ट्रांसफार्मर ठप हो गए थे। बिजली बोर्ड ने इनमें से 195 को दोबारा बहाल कर लिया है। बिजली बहाल होने के साथ ही लोगों ने राहत की सांस ली है। मंडी में सबसे ज्यादा 147 ट्रांसफार्मर ठप हो गए थे। बोर्ड कर्मचारियों ने इनमें से 143 को बहाल कर लिया है। बिजली बोर्ड के अनुसार मंडी में अब चार ट्रांसफार्मर बंद है। बोर्ड ने कुल्लू में 42 और सोलन सात ट्रांसफार्मर बहाल कर लिए हैं। चंबा में 13 ट्रांसफार्मर में बिजली गुल है।