Shimla. शिमला। इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के रोगी कल्याण समिति के कर्मचारियों बुधवार को भी हड़ताल जारी रही। इयके साथ ही हड़ताल के संदर्भ में एक बैठक हुई, जिसमें डीएमई, चेयरमैन-प्रिंसिपल, एमएस-मेंबर सेक्रेटरी और सीईओ आरकेएस आईजीएमसी और आरकेएस यूनियन के कर्मचारी मौजूद रहे। इस बैठक में आरकेएस यूनियन को तीन महीने तक बैठ जाने को कहा। इस पर आरकेएस यूनियन ने मानने से साफ इनकार कर दिया। आरकेएस यूनियन ने साफ तौर पर कहा कि जब तक इन्हें कुछ लिखित में नहीं मिलता, तब तक इनकी जायज मांग की हड़ताल जारी रहेगी, जोकि पेन डाउन स्ट्राइक के माध्यम से पूरा दिन की जाएगी।
इसके साथ ही मंगलवार को आरकेएस यूनियन को हेल्थ मिनिस्टर धनीराम शांडिल ने विधानसभा में मिलने के लिए बुलाया और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मुलाकात करवाई, जिसमें आरकेएस यूनियन ने अपने पे स्केल के बारे में बताया, जोकि अन्य आरकेएस कर्मचारियों की तर्ज पर 2006 वाला स्केल मांग रहे है, जिस पर मुख्यमंत्री द्वारा केवल आश्वासन ही दिया गया। आरकेएस कर्मचारियों के हड़ताल के चलते मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। काउंटर पर बैठे आउटसोर्स के कर्मचारियों को पिछले तीन दिन से पूरा दिन अपना काम छोड़ कर पर्ची काउंटर और पंजीकरण काउंटर पर काम करना पड़ रहा है। इस कारण अस्पताल प्रशासन के रूटीन के काम प्रभावित हो रहे हैं।