15 लाख का इनामी नक्सली मुठभेड़ में ढेर, 81 केस थे दर्ज
झारखंड में पिछले करीब 20 सालों से पुलिस के लिए चुनौती बना 15 लाख का इनामी नक्सली बुद्धेश्वर उरांव मुठभेड़ में मारा गया.
झारखंड में पिछले करीब 20 सालों से पुलिस के लिए चुनौती बना 15 लाख का इनामी नक्सली बुद्धेश्वर उरांव मुठभेड़ में मारा गया. उस पर अकेले गुमला में 64 मामले समेत कुल 81 मामले दर्ज थे. इससे पहले एक दर्जन से अधिक मुठभेड़ में वह बच निकला था. गुमला जिले में आज गुरुवार सुबह जिले के नक्सल प्रभावित कुरुमगढ़ थाना केरागानी कोचागानी जंगल में भाकपा माओवादी और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई. दोनों ओर से सैकड़ों राउंड गोलीबारी हुई. इसमें 15 लाख का इनामी सब जोनल कमांडर नक्सली बुद्धेश्वर उरांव मारा गया.
बुद्धेश्वर गुमला थाना क्षेत्र के बड़ा खटंगा पाकरटोली का रहने वाला था. एसपी हरदीप पी जनार्दन ने मुठभेड़ मं बुद्धेश्वर के मारे जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि मारा गया नक्सली की शिनाख्त बुद्धेश्वर उरांव के रूप में हुई है. इसके मारे जाने से गुमला जिले के ठेकेदार और व्यवसाइयों ने राहत की सांस ली है.
केरागानी कोचागानी जंगल में 15 लाख रुपये के इनामी हार्डकोर नक्सली बुद्धेश्वर उरांव का दस्ता पिछले चार दिनों से इस इलाके में जमा हुआ था और किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए मड़वा-केरागानी जंगल में अपने दस्ते के साथ वह भी मौजूद था.
सर्च अभियान के दौरान 1 डॉग स्क्वायड की मौत
क्षेत्र में दो दिनों की सर्च अभियान के दौरान एक डॉग स्क्वायड की मौत हो गई थी जबकि कोबरा का एक जवान घायल हो गया था. कल सुबह एक ग्रामीण महादेव मुंडा भी नक्सलियों के द्वारा लगाए गए आईडी की चपेट में आ गया था जिमसे उसकी मौत हो गई थी.
इस सूचना के आलोक में सुरक्षाबलों के द्वारा सर्च अभियान चलाया गया. सर्च अभियान के दौरान ही माओवादियों ने सुरक्षाबलों को देखते ही फायरिंग शुरू कर दी. दोनों तरफ से हुई गोलीबारी में नक्सली बुद्धेश्वर मारा गया. इस दौरान अलग-अलग जगहों पर चार बार नक्सलियों के साथ सुरक्षाबलों की मुठभेड़ हुई.
15 लाख इनामी नक्सली बुद्धेश्वर उरांव लंबे समय से पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ था. बुद्धेश्वर मूल रूप से गुमला जिले के गुमला थाना क्षेत्र के गबड़ा खटंगा पाकरटोली का रहने वाला था. इससे पहले बुद्धेश्वर पूर्व में पुलिस के साथ हुए एक दर्जन से अधिक मुठभेड़ में बच निकला था. पुलिस उसे गिरफ्तार करने के लिए खोज रही थी, लेकिन हर बार वो भागने में सफल रहता था. बुद्धेश्वर उरांव ने अपनी सुरक्षा के लिए जंगलों में IED बम बिछा रखा था.
मारे गए नक्सली बुद्धेश्वर उरांव के ऊपर कुल 81 मामले दर्ज हैं, जिनमें गुमला में 64, सिमडेगा में 15 और लातेहार में 4 मामले दर्ज हैं. बुद्धेश्वर के पास से एके-47, एक इंसास रायफल आईईडी, एके-47 की 80 गोली समेत कई अन्य सामान बरामद हुए हैं. बुद्धेश्वर दर्जनों पुलिसकर्मियों की हत्या की घटनाओं में भी शामिल था.
दंतेवाड़ा में तीन नक्सली ढेर
इसी तरह छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में आज गुरुवार को डीआरजी के जवानों ने एक मुठभेड़ में 3 पुरुष नक्सलिओं को मुठभेड़ में मार गिराया. दंतेवाड़ा एसपी डॉक्टर अभिषेक पल्लव ने बताया कि ढोलकल, पेड़ापाल और फरसपाल के जंगलों नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर डीआरजी की टीम रवाना की गई थी.
करीब साढ़े 5 बजे फोर्स की टीम को देखते ही नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी. जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए नक्सलियों पर अंधाधुंध गोलियां दागी. जबरदस्त मुठभेड़ में डीआरजी के जवानों ने 3 नक्सलियों को मार गिराया. मारे गए नक्सली भैरमगढ़ दलम के थे. नक्सलियों की पहचान बिरजू काकेम मिलिशिया प्लाटून कमांडर 1 लाख इनामी, जग्गू काकेम 1 लाख इनामी और अजय ओयमी के तौर पर किया गया है.