दक्षिणी जिले में सर्वाधिक कंटेनमेंट जोन हैं जिनकी संख्या 402 है, इसके बाद पश्चिम जिले में 108 और नई दिल्ली में 84 कंटेनमेंट जोन हैं। उत्तर-पूर्व जिले में एक भी कंटेनमेंट जोन नहीं है, जहां संक्रमण के केवल 53 उपचाराधीन मामले हैं। पूर्वी जिले में छह सक्रिय कंटेनमेंट जोन हैं, वहीं मध्य जिले में 18 ऐसे क्षेत्र हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 10 दिन के अंदर कंटेनमेंट जोन की संख्या पांच गुना बढ़ गई है। गत 19 दिसंबर को शहर में ऐसे क्षेत्रों की संख्या 163 थी, जब एक दिन में संक्रमण के 91 मामले सामने आए थे। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि ओमिक्रॉन समुदाय में धीरे-धीरे फैल रहा है और राजधानी में जिन ताजा नमूनों का जीनोम सिक्वेंसिंग विश्लेषण किया गया है, उनमें से 54 प्रतिशत में वायरस का यह चिंताजनक स्वरूप पाया गया है।
COVID-19 के प्रसार की जांच के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तहत येलो अलर्ट के हिस्से के रूप में प्रतिबंध लगाए गए हैं। इनमें स्कूलों को बंद करना, विवाह और अंतिम संस्कार में उपस्थित लोगों की संख्या को 20 तक सीमित करना और मेट्रो और बसों को 50 प्रतिशत बैठने की क्षमता के साथ चलाने पर रोक लगाना शामिल है।