घयोटा में सडक़ सुविधा न होने से परेशान हैं बस्ती के बाशिंदे

Update: 2024-04-27 10:30 GMT
बड़सर। उपमंडल बड़सर के घयोटा राजपूतां गांव में आज तक कोई सडक़ सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई है। घयोटा राजपूता गांव में स्थित हरिजन बस्ती में करीब 10 परिवार रहते हैं, लेकिन सात साल पहले निकाली गई सडक़ को आजतक पक्का नहीं किया जा सका है। कच्ची सडक़ की हालत भी इतनी दयनीय है कि वहां से किसी भी तरह के वाहन का गुजरना संभव नहीं है। लोगों का कहना है कि उन्हीं के गांव के कुछ लोग सडक़ निकालने में अड़ंगा डाल रहे हैं। ये लोग पहले इस सडक़ को बनाने के लिए राजी हुए थे, लेकिन जब इसको पक्की करने की बात आई, तो कुछ लोगों ने मना कर दिया। लोगों का कहना है कि ऐसे लोगों के ऊपर सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए, जो पहले हामी भर देते है, लेकिन बाद में सडक़ बनाने का कार्य जब शुरू होता है, तो मना कर देते हैं। हालांकि पंचायत, विधायक और विभाग काफी बार यहां आकर मौका देख चुके हैं और स्थिति का जायजा भी ले चुके हैं।

प्रशासनिक स्तर पर स्थानीय लोगों को कई बार विश्वास दिलाया है कि जल्द ही सडक़ सुविधा मुहैया करवाने की कोशिश की जाएगी, लेकिन गांव वासियों का कहना है कि अगर प्रशासन और नुमाइंदे सही तरीके से मध्यस्ता करें, तो ये काम जल्द हो सकता है, लेकिन सब इसपर ढुलमुल रवाइया अख्तियार किये हुए हैं। बता दें कि इसी गांव में राजेश नाम के एक व्यक्ति हैं जो पिछले 18 साल से बिस्तर पर हैं उन्हें जब भी डॉक्टरी इलाज के लिये ले जाना होता है, तो एक किलोमीटर तक ऊबड़-खाबड़ रास्ते से होते हुए उन्हें चारपाई पर ले जाना पड़ता है, ऐसे में सवाल बनता है कि जहां पर मरीजों को चारपाई पर उठाकर ले जाना पड़ रहा है और कच्ची सडक़ होते हुए भी उसका उपयोग नहीं हो पा रहा है, तो प्रशासन जिम्मेवार लोगों पर कार्रवाई करने से क्यों कतराता है। सडक़ के लिए तरसते ग्रामीणों की यह स्थिति बड़सर में विकास की तस्वीरें बयां कर रही हैं। खैर एक बार फिर से वायदों की बहार लगने वाली है और चुनाव लडऩे वाले नेतागण फिर से वोट मांगने के लिए इनके पास पहुंचेंगे। सात साल से सडक़ के पक्का न होने ग्रामीण लोग परेशान हैं।
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