शिमला। विधानसभा स्पीकर कुलदीप पठानिया द्वारा अयोग्य घोषित किए गए छह कांग्रेस विधायक अब भाजपा में शामिल हो सकते हैं। सोमवार को सुप्रीम कोर्ट से इन्हें फौरी राहत के तौर पर स्टे नहीं मिला है। अगली सुनवाई छह मई को है और उतना इंतजार करने के मूड में ये विधायक भी अब नहीं हैं। इसलिए यह सहमति बन गई है कि जनता के दरबार में ही जाया जाए। उधर, हिमाचल बीजेपी में हलचल तेज हो गई है। सोमवार देर रात भी कुछ अहम बैठकें होने वाली हैं। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर को भी दिल्ली से होने वाली इन बैठकों से ऑनलाइन जोड़ा जा सकता है। अगले दो दिन के भीतर भाजपा ज्वाइन करने का फैसला हो जाएगा।
राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन दिल्ली में ही हैं और जेपी नड्डा के साथ इन विधायकों को लेकर संपर्क में है। हिमाचल भाजपा के भी कुछ विधायकों को दिल्ली बुलाया गया है। पार्टी की राज्य इकाई का भी यही मत है कि यदि उपचुनाव लडऩा है, तो लोकसभा चुनाव के साथ ही लड़ा जाए। यही फीडबैक दिल्ली भी भेज दिया गया है। यह संभव है कि इन छह विधायकों में से सभी को टिकट न मिले या लोकसभा चुनाव में भी किसी को उतारा जाए, लेकिन इन सब बातों पर फैसला बाद में होगा। अभी सिर्फ पार्टी में शामिल करने को लेकर चर्चा चल रही है। हिमाचल बीजेपी की ओर से गए फीडबैक के अनुसार यही तर्क दिया गया है कि जिस वजह से सरकार के खिलाफ इन विधायकों ने वोट किया, उस वजह को अब लोगों के बीच में विस्तार से बताने की जरूरत है।
राज्यसभा चुनाव में सुधीर शर्मा, राजेंद्र राणा, इंद्र दत्त लखनपाल, चैतन्य शर्मा, रवि ठाकुर और देवेंद्र भुट्टो ने भाजपा प्रत्याशी हर्ष महाजन को वोट दिया था। इसके बाद कट मोशन पर पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने के आरोप में स्पीकर ने इन्हें अयोग्य घोषित कर दिया था। इसी वजह से अब उपचुनाव होगा। जिन छह विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होगा, उनमें सुधीर शर्मा की धर्मशाला सीट, राजेंद्र राणा की सुजानपुर, इंद्रदत्त लखनपाल की बड़सर, चैतन्य शर्मा की गगरेट, देवेंद्र भुट्टो की कुटलैहड़ और रवि ठाकुर की लाहुल स्पीति सीट शामिल हैं।