Shimla. शिमला। प्रदेश के राशन डिपुओं में पांच सितंबर से राशन मिलना शुरू हो जाएगा। राशन डिपुओं में अब एनआईसी के माध्यम से राशन का वितरण किया जाएगा। इससे पहले खाद्य आपूर्ति विभाग के साथ ओएएस कंपनी के माध्यम से डिपुओं में लोगों को राशन वितरण किया जाता था। खाद्य आपूर्ति विभाग ने ओएस कंपनी के साथ 2017 में एग्रीमेंट किया था, जिसके बाद अब खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा राशन कार्ड उपभोक्ताओं का डाटा ओएएस कंपनी से एनआईसी में शिफ्ट किया जा रहा है। प्रदेश में कारीब 19.50 लाख राशन कार्ड धारक हैं। इन राशन कार्ड धारकों को प्रदेश सरकार की ओर से हर माह डिपुओं के माध्यम से राशन दिया जाता है। राशन कार्ड उपभोक्ताओं का अधिकतर डाटा एनआईसी में शिफ्ट कर दिया है।
इसके बाद अब पांच सितंबर से राशन कार्ड लाभार्थियों का डाटा सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के सर्वर से राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र के सर्वर में स्थानांतरित किया जा रहा है। राशन कार्ड लाभार्थियों का डाटा एनआईसी में शिफ्ट होने के बाद राशन कार्ड धारकों को राशन डिपुओं में एनआईसी के माध्यम से राशन वितरित किया जाएगा। उपभोक्ताओं डाटा ट्रांसफर करने का कार्य संपन्न होने के बाद उपभोक्ताओं को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। राशन कार्ड लाभार्थियों का डाटा एनआईसी के सर्वर में स्थानांतरित किया जा रहा है। इसके चलते ई पीओएस मशीनें डिपुओं में काम नहीं कर रही थी। विभाग ने चार सितंबर तक प्रदेश के राशन डिपुओं में राशन के आबंटन पर रोक लगाई थी।