केंद्रीय जांच एजेंसी का एक्शन: ताबड़तोड़ छापे जारी, 24 ठिकानों पर हड़कंप

Update: 2022-08-24 04:59 GMT

न्यूज़ क्रेडिट: आजतक

नई दिल्ली: केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने बिहार में 24 ठिकानों पर छापेमारी की है. बताया जा रहा है कि सीबीआई ने जॉब के बदले जमीन मामले में ये कार्रवाई की है. सीबीआई ने जिन जगहों पर छापेमारी की है, उनमें RJD एमएलसी सुनील सिंह, पूर्व आरजेडी एमएलसी सुबोध रॉय, राज्यसभा सांसद अशफाक करीम और फैयाज अहमद के ठिकाने भी शामिल हैं. बिहार में RJD नेता यहां सीबीआई की छापेमारी ऐसे वक्त पर हुई, जब बुधवार को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होना है. ऐसे में आरजेडी ने इसे बदले की कार्रवाई करार देते हुए केंद्र की सत्ताधारी बीजेपी पर निशाना साधा है.

वहीं, आरजेडी एमएलसी सुनील सिंह ने कहा, यह जानबूझकर किया जा रहा है. इसका कोई मतलब नहीं है. वे यह सोचकर जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करा रहे हैं कि डर के मारे विधायक उनके पक्ष में आ जाएंगे.
RJD सांसद मनोज झा ने कहा, आज बिहार विधानसभा में फ्लोर टेस्ट है और इन्होंने (BJP) डराने के लिए आज का दिन चुना है, आप राजनीतिक रूप से लड़ाई नहीं लड़ सकते हैं. आप इन्हें ED, CBI की नहीं आप इन्हें भाजपा की रेड कहिए. ये संगठन भाजपा के लिए काम करती है.
उन्होंने कहा, कल ही हमारे उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने यह कहा था ये लोग (BJP) इस स्तर पर जाएंगे. एक दिन वो भी आएगा जब आप नहीं होंगे और आप भी इसी जद में आएंगे. दिल्ली से लेकर महाराष्ट्र और फिर बिहार आपके पास स्क्रिप्ट वही है. हम बिहारी हैं टिकाऊ हैं...बिकाऊ नहीं है. हम डरेंगे नहीं.
उधर, ईडी भी एक्टिव हो गई है. ईडी ने झारखंड, तमिलनाडु, बिहार और दिल्ली में 17 ठिकानों पर छापेमारी की है. बताया जा रहा है कि ईडी ने ये कार्रवाई अवैध खनन और जबरन वसूली के मामले में छापेमारी हुई है. ये छापे प्रेम प्रकाश से जुड़े ठिकानों पर बताए जा रहे हैं. प्रेम प्रकाश के राजनेताओं के साथ मजबूत संबंध बताए जाते हैं. झारखंड में सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा से पूछताछ के बाद ये छापेमारी की गई है.
दरअसल, ये मामला भर्ती घोटाले से जुड़ा है. आरोप है कि लालू यादव के रेल मंत्री रहते जॉब लगवाने के बदले में जमीन और प्लॉट लिए गए थे. सीबीआई ने इसी मामले में जांच के बाद पिछले दिनों लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा यादव, हेमा यादव और कुछ ऐसे उम्मीदवारों पर केस दर्ज किया है, जिन्हें प्लॉट या प्रॉपर्टी के बदले जॉब दी गई.
इससे पहले सीबीआई ने मई में इस मामले में लालू यादव से जुड़ीं 17 जगहों पर छापेमारी की थी. सीबीआई की यह कार्रवाई करीब 14 घंटे तक चली थी. ये छापे लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती के पटना, गोपालगंज और दिल्ली स्थित जगहों पर ये छापेमारी की गई थी.
इस मामेल में सीबीआई ने जुलाई में बड़ी कार्रवाई करते हुए लालू यादव के पूर्व ओएसडी भोला यादव को गिरफ्तार किया था. इस दौरान सीबीआई ने बिहार के पटना और दरभंगा में चार ठिकानों पर छापे भी मारे हैं. भोला यादव 2004 से 2009 तक लालू यादव के ओएसडी रहे. लालू यादव उस वक्त केंद्रीय रेल मंत्री थे. उसी समय रेलवे में भर्ती घोटाला हुआ था. आरोप है कि भोला यादव ही घोटाले का कथित सरगना है.

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