Rampur Bushahr. रामपुर बुशहर। बद्दी, नूरपुर और देहरा के बाद अब शिमला जिला के रामपुर बुशहर को पुलिस जिला बनाने की मांग फिर जोर पकडऩे लगी है। हिमाचल सरकार ने 12 राजस्व जिलों के अतिरिक्त तीन पुलिस जिले पहले बनाए हैं। कई जगह दूरी का मुद्दा था, तो कई जगह कानून व्यवस्था का। इसी आधार पर इस बार आई प्राकृतिक आपदा ने रामपुर को लेकर गंभीर चिंतन को मजबूर किया है। ऐसा भी नहीं है कि यह रामपुर बुशहर को लेकर नई मांग है। पूर्व में वीरभद्र सिंह के मुख्यमंत्री रहते उपमंडल कुमारसेन, करसोग, आनी, निरमंड एवं ननखड़ी क्षेत्र का सर्वेक्षण जिला बनाने के लिए किया गया था। इस सर्वे के दौरान पंचायत के प्रस्ताव भी प्रेषित किए गए थे। उस समय स्थानीय विधायक के अतिरिक्त संबंधित क्षेत्र के विधायकों ने भी इस संदर्भ में समय-समय पर इस मांग को दोहराया है।
क्योंकि रामपुर इन सभी का केंद्र बिंदु पड़ता है। कुल्लू के दो उपमंडल आनी और निरमंड से जिला मुख्यालय कुल्लू करीब 400 किलोमीटर पड़ता है। जलोड़ी जोत बरसात एवं सर्दियों के मौसम में अक्सर बंद रहती है, जिसकी वजह से यातायात वाया मंडी करसोग होकर ही जिला मुख्यालय को जोड़ता है। वहीं, रामपुर बुशहर पुलिस जिला के अंतर्गत पुलिस थाना रामपुर, झाकडी, निरमंड, ब्रौ, आनी, कुमार सेन, करसोग आ सकते हैं। रामपुर शहर में लगभग सभी जिला के वरिष्ठ अधिकारी बैठते हैं तथा पांच न्यायालय भी कार्य कर रहे हैं, जिसमें जिला एवं सत्र न्यायालय की अतिरिक्त दो अतिरिक्त सत्र न्यायालय, अतिरिक्त जिला न्यायिक न्यायालय, जिला किन्नौर का मुख्य न्यायिक न्यायालय का सत्र भी यहां बैठता रहता है।