चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हर साल रामनवमी का पर्व मनाया जाता है. मान्यता है कि इस दिन श्री राम का जन्म हुआ था. इसी खुशी में देशभर में ये पर्व धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन लोग व्रत करते हैं और पूजा पाठ आदि करते हैं. नवरात्रि का समापन भी इसी दिन होता है. नौ दिन विधि-विधान के साथ मां दुर्गा की पूजा करने से बाद राम नवमी के दिन कन्या पूजन से इसका समापन किया जाता है.
इस बार राम नवमी 10 अप्रैल, रविवार के दिन मनाई जा रही है. इस दिन कन्या पूजन के साथ घर में हवन भी किया जाता है. इस दिन हवन का विशेष महत्व होता है. आइए जानते हैं हवन विधि और हवन सामग्री की पूरी लिस्ट के बारे में. शास्त्रों के अनुसार इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर साफ वस्त्र धारण करें. शास्त्रों के अनुसार हवन में पति-पत्नी का साथ में बैठना अनिवार्य है. किसी साफ दगह पर हवन कुंड स्थापित करें और उसमें आम के पेड़ की लकड़ी और कपूर डालकर अग्नि प्रज्जवलित करें. इसके बाद हवन कुंड में देवी-देवताओं के नाम की आहुति दें. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन कम से कम 108 बार आहुति देनी चाहिए. चाहें तो इससे ज्यादा आहुति भी दे सकते हैं. हवन के समापन के बाद भगवान श्री राम की आरती करें उन्हें भोग लगाएं. इस दिन कन्या पूजन का विशेष महत्व बताया गया है. इस दिन हवन के बाद कन्या पूजन भी कर सकते हैं.
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