Shimla. शिमला। शिमला जिला में सोमवार को भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस दिन बहनों ने भाई को तिलक कलाई पर राखी बांधी। वहीं, भाइयों ने भी बहन की रक्षा का प्रण लिया। रक्षाबंधन के दिन सुबह से ही भद्राकाल का साया था। भद्रा का साया दोपहर डेढ़ तक रहा। डेढ़ बजे के बाद से रात 9 बजे तक बहनों ने अपने भाईयों को राखी बांधी। बाजारों में राखी के त्योहार की चहल-पहल थी। राखी के दिन शहर के बाजारों में काफी भीड़ थी। महिलाओं ने राखी के साथ मिठाईयों और चॉकलेट की भारी खरीददारी की। इसके साथ ही भाईयों ने भी अपनी बहनों को उपहार देकर खुश किया। इस दौरान बस में महिलाएं खड़े होकर सफर करती नजर आई। महिलाओं का कहना था कि रक्षाबंधन के त्योहार पर उनसे किराया नहीं लिया जा रहा।
वे मुफ्त में अपना सफर कर रही हैं। इसी कारण से बसों में भीड़ है। हर साल राखी का त्योहार श्रावण माह में मनाया जाता है। राखी का त्योहार भाई-बहन का त्योहार होता है, इसमें बहने अपने भाइयों को राखी बांधती है। ऐसा मानना है कि भद्रा में राखी बांधना अशुभ होता है। लोअर बाजार में बेकरी की दुकानों पर राखियों वाले केक बेचने के लिए रखे थे। स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि दो दिन पहले से ही राखियों वाले केक के ऑर्डर आने शुरू हो गए थे। इसके अलावा पथ परिवहन निगम की बसों में महिलाओं को नि:शुल्क यात्रा की सुविधा सरकार की तरफ से दी गई। भद्रा को लेकर लोगों में असमंजस भी रहा, लेकिन महिलाओं ने अपने अनुसार भाइयों को राखियां बांधी। सरकारी और गैर सरकारी कार्यालय में महिलाओं के लिए अवकाश रहा।