Rajsamand. राजसमंद। राजसमंद जिले की स्थानीय नगर निकायों की हालत खस्ता है। स्थिति यह है कि जिले में एक नगर परिषद और चार नगर पालिकाएं है। इसमें से सिर्फ एक नगर पालिका में स्थायी ईओ कार्यरत है। इसके अलावा सभी नगर पालिकाएं कार्यवाहकों के भरोसे संचालित हो रही है। ऐसे में काम किस तरह से होता होगा इसका स्वत: अंदाजा लगाया जा सकता है।जिला मुयालय पर राजसमंद नगर परिषद संचालित है। यहां पर आयुक्त पद पर बृजेश रॉय कार्यरत है। इनके पास नाथद्वारा नगर पालिका का अतिरिक्त चार्ज है। विधानसभा चुनाव से पहले नाथद्वारा ईओ का जयपुर स्थानान्तरण होने के बाद से अब तक इसका चार्ज नगर परिषद आयुक्त के पास ही है। ऐसे मेें आयुक्त को आधे समय राजसमंद और आधे समय नाथद्वारा जाना पड़ता है। इसके कारण दोनों स्थानों का कार्य प्रभावित होता है। आम जनता के काम नहीं होने के कारण कई बार नाथद्वारा में विरोध प्रदर्शन हो चुके हैं। इसके बावजूद यहां पर स्थाई ईओ नहीं लगाए जा रहे हैं। जिले की भीम और आमेट में अतिरिक्त चार्ज से काम चलाया जा रहा है। नगर पालिका में 25 वार्ड है। उपखण्ड अधिकारी के पास अतिरिक्त चार्ज था, गत दिनों इनका स्थानान्तरण होने के बाद नगर पारिषद राजसमंद के एईएन शंकरलाल को अतिरिक्त चार्ज दिया गया। तीन दिन राजसमंद और दिन आमेट बैठते हैं। 2011 की जनगणना के अनुसार यहां की 17 हजार से अधिक आबादी है।
देवगढ़ नगर पालिका सबसे पुरानी नगर पालिकाओं में शुमार है। इसकी आबादी 2011 के अनुसार 16 हजार से अधिक है। यहां पर 25 वार्ड है। नगर पालिका में ईओ के पद पर विजेश मंत्री कार्यरत है। इनके पास ही भीम नगर पालिका का चार्ज होने के कारण वहां भी आवाजाही बनी रहती है। भीम उपखंड के प्रशासनिक तंत्र में बड़ा संकट गहरा गया है। यहां के पूरे उपखंड प्रशासन की जिमेदारी सिर्फ एक अधिकारी के कंधों पर है। ऐसे में जनता परेशान है। आमजन के समय पर कार्य नहीं हो रहे हैं। एक अधिकारी के पास पांच विभागों की जिमेदारी होने से समय पर काम नहीं हो रहे हैं। इन पर पंचायत समिति विकास अधिकारी, उपकोष अधिकारी, सीडीपीओ महिला एवं बाल विकास अधिकारी, तहसीलदार, उपखंड अधिकारी की जिमेदारी है। इन पांचों विभागों की जिमेदारी तहसीलदार लालाराम संभाल रहे हैं। तहसीलदार लालाराम ने 20 फरवरी 2024 को भीम तहसीलदार का कार्यभार ग्रहण किया। तहसीलदार उपकोष अधिकारी का कार्यभार भी देख रहे हैं। 22 जुलाई 2024 से महिला एवं बाल विकास अधिकारी की जिमेदारी भी उन्हे सौंप दी गई। फिर पंचायत समिति भीम के विकास अधिकारी का तबादला होने के बाद बीडीओ का पद 21 फरवरी 2024 से रिक्त चल रहा है। 15 जुलाई से भीम बीडीओ का प्रभार भी तहसीलदार को सौंप दिया गया। यही नहीं उपखण्ड अधिकारी का तबादला होने के बाद 9 सितंबर से उपखंड अधिकारी का चार्ज भी तहसीलदार को सौंप दिया गया। ऐसे में एक अधिकारी के जिमे पांच विभाग हैं। लेकिन किसी भी विभाग में काम नहीं हो पा रहे हैं। जनता फुटबाल की तरह इधर-उधर भटकने को मजबूर है।