Rajsamand. राजसमंद। राजसमंद जिले में मानसून की बारिश का दौर थम गया है। इसके बावजूद कॉलोनियों में पड़े खाली भूखण्डों में भरा बारिश के पानी की निकासी नहीं होना परेशानी का कारण बन गया है। इससे मलेलिया और डेगूं के रोगियों की संया में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं होने पर स्थिति खराब हो सकती है। हालांकि सरकार से फोगिंग करने के निर्देश भी दिए गए हैं। जिले में इस बार कई स्थानों पर रिकार्ड तोड़ बारिश हुई है। इसके तहत जिला मुयालय पर भी अच्छी बारिश हुई है, इसमें मुय बात यह है कि बारिश के बाद मुय मार्ग से पानी बहकर निकल जाता है, लेकिन कॉलोनियों में खाली पड़े प्लॉट में बारिश का पानी भरा रहने और उसकी निकासी नहीं होने के कारण परेशानी का कारण बनता जा रहा है।
कई प्लॉट में घास उग गई है। इसके कारण मच्छर और मक्खियों की भरमार के कारण स्थिति खराब हो रही है। इससे मौसमी बीमारियों के साथ डेगूं और मलेरिया फैलने से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। इसके बावजूद नगर परिषद की ओर से इसका स्थायी समाधान नहीं किया जा रहा है। हालांकि चिकित्सा विभाग की ओर से घर-घर सर्वे करवाए जाने की बात कही जा रही है। जिला मुयालय के वार्डों में फोगिग करवाई जा रही है। हालांकि अभी दो छोटी मशीन चल रही है। इसके लिए बड़ी मशीन मिल गई है, इससे बुधवार को प्रारंभ किया जाएगा। मशीनों के लिए शेड्यूल जारी किया गया है। शहर के पंचरत्न कॉलोनी, दत्रातेय नगर, शांति कॉलोनी, आसोत्रा, सिद्धार्थ नगर, कमल तलाई और बजरंग चौराहा के पास सहित कई स्थानों पर बारिश का पानी भरा हुआ है। इसी प्रकार शांति कॉलोनी, चन्द्रदीप कॉलोनी, महेश नगर, गणेश नगर, आसोत्ररा नगर, सविता नगर, सुंदर कॉलोनी, सनसिटी, श्रीनाथ कॉलोनी सहित शहर की अधिकांश नई बसी कॉलोनियों में प्लॉट खाली होने के कारण उसमें झांडिया उगी हुई है। इसमें गंदगी की भरमार होने के कारण वहां रहने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।