रेल मंत्रालय लगातार इंडियन रेलवे को कबाड़ मुक्त करने के अभियान में लगा हुआ है. 'मिशन जीरो स्क्रैप' के तहत अपने सभी रेलवे इकाइयों (Railway Units) को कबाड़ मुक्त बनाने के अभियान के तहत पश्चिम रेलवे (Western Railway) ने चालू वित्त वर्ष में कबाड़ बेचकर 100 करोड़ से ज्यादा की कमाई की है.
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक पिछले चार महीनों (अप्रैल, मई, जून और जुलाई) में पश्चिम रेलवे ने कबाड़ की बिक्री (Western Railway scrap sale) से 100 करोड़ रुपये की कमाई का आंकड़ा पार कर लिया है. पश्चिम रेलवे के मुताबिक मिशन जीरो स्क्रैप की पहल को जारी रखते हुए, 30 जुलाई तक 102.32 करोड़ रुपये के कबाड़ को बेचकर पश्चिम रेलवे कबाड़ से 100 करोड़ रुपये करने वाला देश का पहला रेलवे सेक्शन बन गया है.
यहां तक कि कोरोना संकट के बीच पिछले वित्तीय वर्ष 2020-21 में भी, पश्चिम रेलवे ने 491.04 करोड़ रुपये के कबाड़ को बेचकर अपने लक्ष्य से 20 फीसदी ज्यादा की कमाई की थी. पश्चिम रेलवे का लक्ष्य 410 करोड़ रुपये तक के कबाड़ को बेचना था. पिछले वित्त वर्ष में भी ये राशि रेलवे के सभी सेक्शन में सबसे ज्यादा थी.
रेल अधिकारियों ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में, पश्चिम रेलवे लगातार लगभग 500 करोड़ रुपये के स्क्रैप की बिक्री कर रहा है. जिससे रुके हुए पैसे के मुद्रीकरण और राजस्व को बढ़ाने में मदद मिली है. बता दें कि पश्चिम रेलवे ने अपने जोन को पूरी तरह कबाड़ मुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है और ये लक्ष्य इस वर्ष के अंत तक हासिल करना है.