पुन्हाना। शहर से लगते हुए दल्लाबास गांवमें मुख्यमंत्री उडऩदस्ता टीम ने एक पटाखा गोदाम पर छापेमारी की। छापेमारी में मौके से 315 पेटी पटाखे की बरामद की गई। वहीं गोदाम मालिक द्वारा पटाखा गोदाम का कोई लाइसेंस नहीं मिला। जिसको लेकर पुलिस द्वारा पटाखों को जब्त कर गोदाम मालिक बीरसिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। मुख्यमंत्री उडऩदस्ता रेवाडी के निरीक्षक सत्येंद्र सिंह ने बताया कि पुन्हाना क्षेत्र में अवैध रूप से चल रहे पटाखा गोदाम की शिकायत मिली थी जिसको डयूटी मजिस्ट्रेट व नायब तहसीलदार रवि कुमार, गुप्त चर विभाग के निरीक्षक शशिकांत व फायर बिग्रेड से इज्जत नसीब के साथ ही पुन्हाना पुलिस को लेकर दल्लाबास गांव में एक गोदाम में छापेमारी की गई। जहां से पटाखों की 315 पेटी मौके पर मिली। जब गोदाम मालिक बीर सिंह से गोदाम का लाइसेंस मांगा तो वह लाइसेंस नहीं दिखा पाया। जिसको लेकर बीर सिंह के विरुद्ध अवैध रूप से पटाखे रखने सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कराने के साथ ही उसे पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। मुख्यमंत्री उडऩदस्ते की कार्रवाई आगे भी समय-समय पर जारी रहेगी।
जिले के औद्योगिक क्षेत्र रोजका मेव (नूंह) में अवैध रूप से टायर जलाकर तेल निकालने वाली कंपनी पर बृहस्पतिवार की सुबह मुख्यमंत्री उडऩदस्ता टीम ने छापेमारी की। इस दौरान प्रदूषण विभाग के एसडीओ मनीष यादव भी टीम के साथ रहे। कंपनी में मिली अनियमिताओं की रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारियों को प्रेषित करने के साथ ही प्लांट संचालक को नोटिस दिया गया है।
मुख्यमंत्री उडऩदस्ता रेवाड़ी टीम के निरीक्षक सत्येंद्र कुमार ने बताया कि रोजका मेव औद्योगिक क्षेत्र के प्लाट नंबर 78 में एमएम एंटरप्राइजेज नाम से टेक्सटाइल वाली कंपनी संचालित की जा रही थी। जिसको लेकर पिछले कई दिनों से शिकायतें भी मिल रही थी। कंपनी में नियमों को ताक पर रखकर पर्यावरण नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही थी। मौके पर कंपनी के मालिक फरीदाबाद के रहने वाले महबूब मौके पर मिले। जिसे साथ लेकर पूरी कंपनी का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान टायरों से मशीनों द्वारा तेल निकालते हुए पाया गया। कंपनी के एसओपी में भी कई खामियां मिली। डीजल जनरेटर भी चलता हुआ पाया गया। वहीं कंपनी में लगे रिएक्टर में भी लीकेज पाई गई। कार्बन प्रबंधन नियमानुसार जो होना चाहिए था उसमें भी लापरवाही देखने को मिली। कंपनी के सभी सेफ्टी मानक यंत्र ठीक से कार्य करते नहीं पाए गए। जिसको लेकर कंपनी मालिक को नोटिस देकर नियमानुसार कार्रवाई की गई।