राहुल गांधी जंतर मंतर पर आज अग्निपथ योजना के खिलाफ सत्याग्रह में शामिल हो सकते है
नई दिल्ली: देशभर में सेना भर्ती की अग्निपथ स्कीम को लेकर आक्रोश फूट पड़ा है. आक्रोशित युवा शहर-शहर, गांव-गांव प्रदर्शन कर रहे हैं. यूपी और बिहार में विरोध के स्वर तीखे हैं. युवा बसें फूंक रहे हैं, ट्रेन को आग लगाई जा रही है. इन सबके बीच इस मुद्दे पर सियासी संग्राम भी शुरू होता नजर आ रहा है. कई संगठनों की ओर से 18 जून को बिहार बंद का राष्ट्रीय जनता दल समेत कई पार्टियों ने समर्थन किया था तो वहीं अब कांग्रेस ने भी सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया है.
कांग्रेस ने अग्निपथ योजना के खिलाफ सत्याग्रह का ऐलान किया है. कांग्रेस के कार्यकर्ता आज राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जंतर-मंतर पर सत्याग्रह करेंगे. सुबह 10 बजे से शुरू होने जा रहे सत्याग्रह में कांग्रेस के सांसद, कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्यों के साथ ही पार्टी के पदाधिकारी भी शामिल होंगे. कांग्रेस की ओर से जंतर-मंतर पर इस सत्याग्रह का आयोजन तब किया गया है, जब पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अपना जन्मदिन मना रहे हैं.
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने अपने 53वें जन्मदिन पर अपील जारी कर कार्यकर्ताओं से किसी तरह का उत्सव न मनाने की अपील की थी. राहुल गांधी ओर से कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ये अपील जारी की थी. इसमें कहा गया कि देश में उपजी परिस्थियों से सभी चिंतित हैं. करोड़ों युवाओं का मन दुखी है. राहुल गांधी की ओर से करोड़ों परिवारों और युवाओं की पीड़ा साझा करते हुए उनके साथ खड़े होने का आह्वान किया गया था.
इससे पहले, राहुल गांधी ने अग्निपथ योजना को लेकर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था. राहुल गांधी ने कहा था कि युवाओं की बात मानते हुए उन्हें माफीवीर बनना पड़ेगा और अग्निपथ स्कीम वापस लेनी पड़ेगी. उन्होंने केंद्र सरकार पर आठ साल से 'जय जवान, जय किसान' के मूल्यों का अपमान करने का भी आरोप लगाया था.
बता दें कि सेना में भर्ती के लिए अग्निपथ स्कीम के खिलाफ देश के कई राज्यों में युवा सड़कों पर हैं. आक्रोशित युवा अग्निपथ स्कीम वापस लेने की मांग करते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं जिसने हिंसक रूप ले लिया है. यूपी, बिहार के साथ ही तेलंगाना में भी प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन को आग लगा दी जबकि कई बसें भी अग्निपथ की आग में राख हो चुकी हैं. जगह-जगह पथराव की घटनाएं भी हो रही हैं.
अग्निपथ स्कीम के तहत सरकार की योजना युवाओं को चार साल के लिए भर्ती करने की है. अग्निपथ स्कीम के तहत भर्ती के बाद पहले साल में 30 और चौथे साल में 40 हजार रुपये मासिक वेतनमान होगा. इसमें से पीएफ और अन्य मदों में कटौती की जाने वाली धनराशि भी शामिल है. चार साल बाद 75 फीसदी युवाओं को सेवा से मुक्त कर दिया जाएगा और 25 फीसदी को स्थायी कमीशन दिए जाने की योजना सरकार की है. इसी को लेकर युवा प्रदर्शन कर रहे हैं तो वहीं विपक्षी दल राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर इस स्कीम पर सवाल उठा रहे हैं.