कारगिल विजय दिवस पर बोले राहुल गांधी - 'आपके सर्वोच्च बलिदान को हम हमेशा याद करेंगे'
भारत कोरोना संकट के बीच आज कारगिल विजय दिवस की 22वीं वर्षगांठ मना रहा है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी शहीदों को याद किया और श्रद्धांजलि अर्पित की
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भारत कोरोना संकट के बीच आज कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas) की 22वीं वर्षगांठ मना रहा है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने भी शहीदों को याद किया और श्रद्धांजलि अर्पित की. राहुल गांधी ने ट्वीट करके कहा, ''हमारे तिरंगे की गरिमा में अपनी जान देने वाले प्रत्येक सेनानी को दिल से श्रद्धांजलि.
देश की सुरक्षा के लिए आपके और आपके परिवारों के इस सर्वोच्च बलिदान को हम हमेशा याद करेंगे. जय हिंद वहीं पीएम मोदी (PM Modi) ने ट्वीट कर कहा कि ''हम उनके बलिदानों को याद करते हैं. हम उनकी बहादुरी को याद करते हैं.आज करगिल विजय दिवस के अवसर पर हम उन सभी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, जिन्होंने देश की रक्षा करते हुए करगिल में अपने आप को न्योछावर कर दिया.
रक्षा मंत्री ने भी किया ट्वीट
उनकी बहादुरी हमें हर दिन प्रेरणा देती है. रक्षा मंत्री ने भी ट्वीट कर कहा कि कारगिल विजय दिवस के अवसर पर मैं भारतीय सेना के अदम्य शौर्य, पराक्रम और बलिदान को नमन करता हूँ.भारत हर साल 26 जुलाई को 'करगिल विजय दिवस' मनाता है. इस दिन 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय सेना ने जीत हासिल की थी. भारत को मिली जीत के 22 साल पूरे होने की खुशी में देशभर में जश्न की शुरुआत हो चुकी है.
रविवार को तोलोलिंग, टाइगर हिल और दूसरी बड़ी लड़ाईयों को याद किया गया और इसी के साथ लद्दाख में द्रास क्षेत्र में करगिल युद्ध स्मारक पर 559 दीपक जलाए गए. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इस मौके पर तिलहटी में स्थित स्मारक पर श्रद्धांजलि देने के लिए जाएंगे और पीएम मोदी इस दिन हर साल इंडिया गेट पर मौजूद अमर जवान ज्योति पर जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि देते हैं.
कोरोना वायरस को देखते हुए 'करगिल विजय दिवस' के कार्यक्रम इस साल सीमित रहेंगें.सेना के अधिकारियों ने समाचार एजेंसियों को बताया कि कोरोना वायरस के कारण 'करगिल विजय दिवस 2021' में इस साल समारोह को कम किए जाएंगे. करगिल युद्ध की जीत के 22 साल पूरे होने के जश्न का बिगुल बजाने के लिए जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया था, लेकिन पूरे आयोजन के दौरान सभी कोविड -19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया गया.