राघव चड्ढा ने किया हमला, कहा- AAP के रूप में मजबूत विपक्ष ने भाजपा को गुजरात-उत्तराखंड में मजबूरन बदलना पड़ा सीएम
आम आदमी पार्टी ने उत्तराखंड के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री बदले जाने पर भाजपा को आड़े हाथ लिया है।
आम आदमी पार्टी ने उत्तराखंड के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री बदले जाने पर भाजपा को आड़े हाथ लिया है। कहा है कि उत्तराखंड और गुजरात में मुख्यमंत्री की नेम प्लेट बदलने से लोगों का भाजपा के प्रति जो गुस्सा और आक्रोश है वह नहीं बदलेगा। आम आदमी पार्टी के रूप में एक मजबूत विपक्ष से चुनौती मिलने पर भाजपा सीएम बदलने के लिए मजबूर हुई।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता राघव चड्ढा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कांग्रेस एक अप्रभावी और असफल विपक्ष साबित हुई। जिसे आम आदमी पार्टी ने सफलतापूर्वक रिप्लेस कर दिया है। भाजपा और कांग्रेस के बीच म्यूजिकल चेयर का खेल 'आप' के आने से खत्म हो गया। कांग्रेस के पास भाजपा के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर, गुस्से और नाराजगी को राजनीतिक सत्ता में पलटने की क्षमता नहीं है। दोनों राज्यों में ना भाजपा ने मजबूत सरकार दी और ना ही कांग्रेस ने मजबूत विपक्ष दिया।
डबल इंजन की नहीं डबल रिमोट की है भाजपा सरकार: आप
चड्ढा ने कहा कि गुजरात में भाजपा सरकार डबल इंजन वाली सरकार नहीं है, यह पीएम मोदी और अमित शाह की बेड़ियों में जकड़ी डबल-रिमोट वाली नियंत्रित सरकार है। भाजपा को जितने लोग वोट नहीं देना चाहते हैं, उससे भी ज्यादा लोग कांग्रेस को भी वोट नहीं देना चाहते हैं। अब 'आप' ही एकमात्र उम्मीद है। दोनों राज्यों में ऐसे लोग जो ना तो भाजपा को वोट देना चाहते हैं और ना कांग्रेस को वोट देना चाहते हैं। वे आम आदमी पार्टी की ओर देख रहे हैं। कांग्रेस 'मित्र विपक्ष' हुआ करती थी, अब 'मृत विपक्ष' है। दोनों पार्टियों के बीच म्यूजिकल चेयर्स का खेल चलता आ रहा है कि 5 साल आप राज करिए और 5 साल हम राज करेंगे। आप ने मुख्य विपक्ष की भूमिका निभाते हुए भाजपा को चुनौती दी। भाजपा को काम करो या कुर्सी छोड़ने पर मजबूर किया। यहां तक कि मुख्यमंत्रियों को बदलने पर मजबूर हो गई। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में भी आप ने चुनौती दी है। उत्तराखंड के लोगों को अहसास हुआ कि त्रिवेंद्र रावत की सरकार और नए मुख्यमंत्री की सरकार निकम्मी-निठल्ली सरकार है।
भाजपा के गढ़ में अरविंद केजरीवाल ने दी है चुनौती: चड्ढा
राघव चड्ढा ने कहा कि गुजरात भाजपा की राजनीतिक प्रयोगशाला। इस गढ़ मे जाकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चुनौती दी है। सूरत में जाकर अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने भाजपा को टक्कर देकर 27 सीटें जीतीं हैं। सूरत में आम आदमी पार्टी का झंड़ा लहराया है। आप का परिवार बढ़ रहा है, उससे गुजरात में बैठी भाजपा और दिल्ली में बैठे नरेंद्र मोदी-अमित शाह घबराए हुए हैं। यह देश की आम आदमी की ताकत है। आप के राजनीतिक भूचाल ने भाजपा को मुख्यमंत्री बदलने को मजबूर किया है।