पंजाब। पंजाब पुलिस ने गोइंदवाल गैंगवार केस में बड़ी कार्रवाई की है. इस मामले में सात जेल अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है. इसके अलावा सेंट्रल जेल के अधीक्षक समेत पांच को गिरफ्तार किया गया है. इन पर ड्यूटी में लापरवाही बरतने और वीडियो लीक मामले में गैंगस्टरों के साथ मिलीभगत का आरोप है. यह कार्रवाई जेल में झड़प के बाद दो कैदियों की मौत के बाद की गई है. गोइंदवाल में दो कैदियों बटाला के मनदीप सिंह उर्फ तूफान और बुढलाडा के मोहना उर्फ मनमोहन सिंह की मौत हो गई थी. जेल में साथी कैदियों के बीच खासी झड़प हो गई थी. उसके बाद रविवार को गोइंदवाल साहिब सेंट्रल जेल से एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें सचिन भिवानी और उसके साथी 26 फरवरी 2023 को जेल में दो गुटों के बीच हुई गैंगवार के बारे में बात कर रहे थे.
वीडियो लीक होने के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान साफ कर चुके हैं कि गड़बड़ी में शामिल पाए जाने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. पंजाब पुलिस राज्य से नशे और गैंगस्टर कल्चर को खत्म करने के लिए लगातार काम कर रही है. पत्रकार वार्ता में आईजी सुखचैन सिंह गिल ने कहा कि मुख्यमंत्री मान ने राज्य पुलिस को हर मामले की गहनता से जांच करने और गड़बड़ी करने वालों को पकड़ने के निर्देश दिए हैं. आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि यह पहली बार है कि राज्य सरकार द्वारा ड्यूटी में कोताही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ इतनी सख्त कार्रवाई की गई है, जो एक बार फिर मान सरकार की किसी भी तरह की ढिलाई को बर्दाश्त नहीं करने की मंशा को दर्शाती है. पिछली सरकारों ने गैंगस्टरों और माफियाओं को संरक्षण दिया है, आप सरकार ने उन पर शिकंजा कसा है और जल्द ही राज्य को इससे निजात मिलेगी. उन्होंने कहा कि मान सरकार का पंजाब में संवारने का सपना पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ काम करके साकार करना है. इसलिए सभी अधिकारी पूरी ईमानदारी और निष्ठा से काम करना चाहिए और जनता से जुड़े छोटे से छोटे काम को बिना देरी के पूरा करना चाहिए.