पंजाब सरकार संकट में, कैप्टन अमरिंदर सिंह खेमे के विधायकों ने की फ्लोर टेस्ट कराने की मांग
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे के बाद सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमिरंदर सिंह का बयान आया. कैप्टन अमिरंदर सिंह सिंह ने ट्वीट करके कहा है कि मैंने कहा था कि वो स्थिर आदमी नहीं हैं. पंजाब जैसे सीमावर्ती राज्य के लिए सिद्धू फीट नहीं हैं. उन्होंने सिद्धू के समर्थन में हो रहे इस्तीफे को ड्रामा बताया. वही कैप्टन अमरिंदर सिंह खेमे के विधायकों ने उनसे से विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कराने की मांग की है.
पंजाब के भोलाथ से कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा ने मंगलवार को कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू ने "पंजाब में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक स्टैंड लिया था"। खैरा ने कहा, "अगर उनके सुझावों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो वह अवाक अध्यक्ष नहीं हो सकते। हम उनसे अपना इस्तीफा वापस लेने का आग्रह करते हैं और आलाकमान से उनकी शिकायतों के निवारण का अनुरोध करते हैं।"
नवजोत सिंह सिद्धू के घर उनके खेमे के नेताओं का जमावड़ा लगा है. कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा देने वाली रजिया सुल्ताना, परगट सिंह, विधायक कुलबीर सिंह जीरो उनके घर मौजूद हैं. कल सुबह 10.30 बजे पंजाब कैबिनेट की बैठक बुलाई गई है. बता दें कि पंजाब कांग्रेस में इस्तीफे का दौर जारी है. सिद्ध के समर्थन में गौतम सेठ ने पंजाब कांग्रेस महासचिव के पद से इस्तीफा दे दिया है. इससे पहले महासचिव के पद से योगिंदर ढींगरा ने इस्तीफा दिया था. वहीं, इस घटनाक्रम के बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता सुनील जाखड़ ने सिद्धू पर निशाना साधा है. जाखड़ ने कहा कि ये सिर्फ क्रिकेट नहीं है. उन्होंने कांग्रेस आलाकमान के भरोसे को नुकसान पहुंचाया है. भरोसे का उल्लंघन होना सही नहीं है.