दो थानेदार सस्पेंड, पुलिस विभाग में खलबली मची, जानें वजह

बड़ा एक्शन.

Update: 2025-01-16 12:26 GMT
पटना: बिहार में अपराध पर नियंत्रण और पुलिस की सख्त कार्रवाई को लेकर लगातार मामले सामने आ रहे हैं। इस बीच, मोतिहारी और गोपालगंज जिलों में पुलिस अधिकारियों की लापरवाही के मामले में सख्त एक्शन लिया गया है। बीते 24 घंटे में दो पुलिस पदाधिकारियों को लापरवाही के आरोप में निलंबित किया गया है।
मोतिहारी जिले के एसपी स्वर्ण प्रभात ने एक दरोगा को सस्पेंड किया। यह कार्रवाई एनडीपीएस (नशीली पदार्थों से संबंधित) मामले के संदर्भ में की गई, जहां दरोगा वादी (शिकायतकर्ता) होने के बावजूद अदालत में अभियुक्त को पहचानने से इंकार कर दिया। यह मामला रामगढ़वा थाना के एनडीपीएस कांड 277/23 से जुड़ा हुआ था। इस लापरवाही के बाद एसपी ने मामले में सख्त कदम उठाते हुए वर्तमान में बंजरिया थाना के थानेदार इंद्रजीत पासवान को निलंबित कर दिया। पुलिस अधिकारियों के खिलाफ यह कार्रवाई पुलिस विभाग के लिए एक कड़ा संदेश है और पुलिसकर्मियों में हड़कंप मचा हुआ है।
दूसरी ओर, गोपालगंज जिले में राजेंद्र नगर सरकारी बस स्टैंड की जमीन के फर्जी तरीके से जमाबंदी करने के मामले में भी पुलिस अध‍िकारी के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इस मामले में सीओ, सीआई, राजस्व कर्मचारी सहित नगर थाना के अपर थानाध्यक्ष मंटू कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।
एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया कि केस के आईओ ने फर्जीवाड़े की जांच में लापरवाही बरती और आरोपियों को बचाने का प्रयास किया। इस मामले में फरार बर्खास्त राजस्व कर्मचारी दिनेश मिश्र के घर पर पुलिस ने इश्तेहार भी चस्पा किया है। इन घटनाओं से साफ है कि बिहार पुलिस में अब लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है, ताकि अपराधियों को सजा दिलाने में कोई कोताही न हो और आम जनता का विश्वास पुलिस व्यवस्था पर बना रहे।
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