मणिपुर की हिंसा के खिलाफ निकला विरोध मार्च, पुलिस के रोकने पर हुई नोकझोक

Update: 2023-07-27 18:26 GMT
वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के आचार्य नरेंद्र देव छात्रावास से एनएसयूआई के बैनर तले छात्रों ने मणिपुर हिंसा के खिलाफ मशाल जुलूस निकाला। मशाल जुलूस को रोकने के लिए विश्वविद्यालय को छावनी में तब्दील किया गया था। मशाल जुलूस निकलते ही विश्वविद्यालय की चीफ़ प्रॉक्टर के निर्देश पर पुलिस और विश्विद्यालय सुरक्षा की टीम ने छात्रों को रोक दिया। वहीं, छात्रावास के बाहर मणिपुर की घटना के खिलाफ नारेबाजी करते हुए छात्रों को रोकने के लिए पुलिस टीम को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। मशाल को छात्रों से छिनने के दौरान पुलिस और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं में तीखी नोंकझोंक हुई।
मशाल जुलूस रोके जाने से आक्रोशित छात्रों ने विश्वविद्यालय में ही मार्च निकालने का निर्णय लिया। पुलिस के रोके जाने के बावजूद छात्र और एनएसयूआई के कार्यकर्ता विश्वविद्यालय में नारेबाजी करते हुए मणिपुर की घटना के खिलाफ विरोध मार्च निकाला। पंत प्रशासनिक भवन के सामने स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा पर जाकर विरोध करने वाले छात्रों ने कैंडल जलाया। इस दौरान पुलिस प्रशासन के द्वारा मणिपुर हिंसा के खिलाफ विरोध करने पर रोके जाने को लेकर एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष ऋषभ पांडे ने आक्रोश व्यक्त करते हुए सरकार की तीखी आलोचना की। गौरतलब है कि मणिपुर हिंसा को लेकर एक तरफ सभी विपक्षी दल संसद के दोनों सदनों में सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। विपक्षी दलों ने सरकार के खिलाफ मणिपुर हिंसा के विरोध में अविश्वास प्रस्ताव लाया है। वही विगत दिनों से संसद सत्र के दौरान विपक्षी दलों के नेताओं और बीजेपी के नेताओं में तीखी नोकझोंक भी देखने को मिल रही है। पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं।
Tags:    

Similar News

-->