भोपाल: कुछ साल पहले मेडिकल भर्ती परिक्षाओं में धांधली और कई चयनित अभ्यर्थियों की संदिग्ध मौतों के बाद सुर्खियों में आए व्यापमं (व्यावसायिक परीक्षा मंडल) का नाम एक बार फिर से बदलने जा रहा है. शिवराज कैबिनेट ने इसका नया नाम 'कर्मचारी चयन बोर्ड' करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. कर्मचारी चयन बोर्ड अब सामान्य प्रशासन विभाग के अंतर्गत काम करेगा.
इससे पहले व्यापमं का नाम बदलकर प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड रखा गया था. पुराने नाम व्यापमं को इसलिए बदला गया था क्योंकि साल 2013 में एक के बाद एक जब कई नकलची मेडिकल की परीक्षा देते पकड़े गए थे तब शिवराज सरकार ने इसकी जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था और फिर जब एक के एक बाद कई छात्रों की मौत हुई तो इसकी जांच सीबीआई को सौंप दी गई थी.
अब तक व्यापमं घोटाले में 100 से ज्यादा लोगों को सज़ा हो चुकी है और कई मामलों की कोर्ट में सुनवाई जारी है. फिलहाल विभाग का नाम MP PEB (प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड) है जिसका मुख्यालय चयन भवन, चिनार उद्यान भोपाल में हैं. वर्तमान में प्रोफेशनल एग्जामिनेशन राज्य में भर्ती परीक्षा और प्रवेश परीक्षा का आयोजन करने वाली सबसे बड़ी संस्था है.
प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड राज्य सरकार की एक स्व-वित्तपोषित, स्वायत्त निगमित निकाय है. वर्ष 1970 में इसकी शुरूआत मध्य प्रदेश प्री मेडिकल टेस्ट बोर्ड के रूप में की गई थी. बाद में वर्ष 1981 में, प्री इंजीनियरिंग बोर्ड का गठन किया गया. वर्ष 1982 में, इन दोनों बोर्डों का विलय कर दिया गया और व्यावसायिक परीक्षा मंडल (VYAPAM) का नाम दिया गया था.Live TV