प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दमन में किया रोड शो, देखें VIDEO...

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Update: 2023-04-25 14:15 GMT
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दमन में रोड शो किया। इस दौरान लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को दादरा और नगर हवेली के दौरे पर पहुंचे। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने सिलवासा में आयोजित कार्यक्रम में लगभग 4,873 करोड़ की लागत से 96 प्रोजेक्ट का शिलान्यास एवं शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री मोदी ने सिलवासा में नमो चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान संस्थान का दौरा कर संस्थान देश को समर्पित किया। पीएम मोदी ने सिलवासा में एक भव्य रोड शो में भी हिस्सा लिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने सिलवासा में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री आवास योजना, शहरी की कुछ लाभार्थियों को घर की चाबी सौंपी। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि कोई कल्पना नहीं कर सकता है कि इतने छोटे क्षेत्र में चहुं दिशा में आधुनिक विकास कैसे होता है, ये हमने देखा है। अब हमारा सिलवासा पहले वाला नहीं है, ये अब कॉस्मोपॉलिटन हो गया है। हिन्दुस्तान का कोई कोना नहीं होगा जिसके लोग सिलवासा में न रहते हों।
उन्होंने कहा कि आज मुझे फिर लगभग 5,000 करोड़ के नए प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन करने का मौका मिला है। आज जिन प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण हुआ है उनमें से कई का शिलान्यास का मौका आपने मुझे ही दिया था। पिछले 9 वर्षों में हमने देश में एक नई कार्यशैली विकसित की है। अब जिस कार्य की नींव रखी जाती है, उसे तेजी से पूरा करने का भी भरसक प्रयास किया जाता है। एक काम पूरा करते ही हम दूसरा काम शुरू कर देते हैं।
PM मोदी ने कहा कि आज देश में तुष्टीकरण पर नहीं संतुष्टीकरण पर बल दिया जा रहा है। जब सरकार खुद लोगों के दरवाजे तक जाती है तो भेदभाव खत्म होता है, भ्रष्टाचार खत्म होता है, भाई-भतीजावाद खत्म होता है। उन्होंने कहा कि आजादी के दशकों दशक बीत गए लेकिन दमन, दीव, दादरा और नगर हवेली में एक भी मेडिकल कॉलेज नहीं बना...जिन्होंने दशकों तक देश पर शासन किया उन्हें यहां के युवाओं के साथ हो रहे अन्याय की चिंता कभी नहीं हुई। वे समझते थे कि इस छोटे से केंद्र शासित प्रदेश का विकास करके उन्हें कुछ हासिल नहीं होगा। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने 11वीं सदी के हिंदू संत श्री रामानुजाचार्य की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि उन्होंने एक ऐसे समाज के निर्माण की दिशा में काम किया, जो आधुनिक और सौहार्दपूर्ण हो। रामानुजाचार्य वैष्णव परंपरा के महान दार्शनिक के तौर पर जाने जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि उनका जन्म 1017 ई. में तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में हुआ था।
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