राष्ट्रपति चुनाव: द्रौपदी मुर्मू के समर्थन में आए राजा भैया, ओमप्रकाश राजभर और शिवपाल यादव ने ये संकेत दिए, जानें पूरी डिटेल्स
नई दिल्ली: NDA की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू शुक्रवार को यूपी की राजधानी लखनऊ पहुंचीं. यहां उन्होंने बीजेपी और सहयोगी दलों से समर्थन मांगा. NDA उम्मीदवार के सम्मान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रात्रि में डिनर का आयोजन किया. इसमें सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर, शिवपाल यादव, राजा भैया और बसपा विधायक भी शामिल होने पहुंचे. चारों नेताओं की उपस्थिति ने राजनीतिक समीकरण बदलने के संकेत दे दिए हैं. इसके साथ ही सपा गठबंधन में दरार भी बढ़ना तय हो गया है.
बता दें कि एनडीए की उम्मीदवार का जनसत्ता लोकदल के दोनों विधायक भी समर्थन देंगे. पार्टी प्रमुख रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया ने इसका ऐलान कर दिया है. उन्होंने कहा है कि एनडीए के उम्मीदवार का समर्थन देना वक्त के हिसाब से जरूरी है. रात्रिभोज में बसपा विधायक उमाशंकर भी शामिल हुए हैं. राजा भैया ने मीडिया से बातचीत में पुष्टि की है कि वह, राजभर, शिवपाल यादव और उमा शंकर सिंह रात्रिभोज में शामिल हुए हैं.
वहीं, सीएम योगी के डिनर में ओमप्रकाश राजभर और शिवपाल यादव भी शामिल हुए. योगी ने विधायकों और सांसदों को डिनर पर बुलाया था. इससे पहले लोक भवन में बीजेपी सांसदों और विधायकों के साथ बैठक हुई. योगी ने ये डिनर पार्टी अपने आवास पांच कालिदास पर रखी थी.
बता दें कि दो दिन पहले विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा भी लखनऊ आए थे, तब अखिलेश यादव ने राजभर और शिवपाल यादव को बैठक में शामिल होने नहीं बुलाया था. उससे पहले अखिलेश ने राजभर के एसी से बाहर निकलने की सलाह पर प्रतिक्रिया दी थी. अखिलेश ने साफ कह दिया था कि सपा को किसी की सलाह की जरूरत नहीं है. माना जा रहा है कि इसी बात से राजभर नाराज चल रहे हैं.
प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि मैं पहले ही कह चुका हूं कि जो मांगेगा, उसे वोट दूंगा. ना तो समाजवादी पार्टी ने मुझे फोन किया. ना ही मेरा वोट मांगा. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कल मुझे आमंत्रित किया, जहां मैंने एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और उन्हें वोट देने का फैसला किया.
वहीं, सपा कार्यालय में राष्ट्रपति चुनाव की बैठक में ना बुलाए जाने पर सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि मुझे ना फोन किया, ना बैठक में बुलाया. शिवपाल यादव को भी नहीं बुलाया गया. हम 6 लोग बैठकर इंतजार करते रहे. हम गठबंधन का धर्म निभाना चाहते हैं.
राजभर ने कहा कि अखिलेशजी से पूछिए क्यों नहीं बुलाया. राष्ट्रपति चुनाव में वोट के लिए बात करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि 12 जुलाई को प्रेसवार्ता कर फैसला बताएंगे. मेरी शिवपाल से भी बात हुई है. उन्होंने कहा कि बुलाया नहीं तो मैं क्यों जाऊं. उन्होंने कहा कि जहां से निमंत्रण होगा वहां जाएंगे. राजभर ने कहा कि आजमगढ़ चुनाव में सुभासपा का कमांडर मौके पर था. सपा का कमांडर गायब था. AC में आनंद ले रहा था.
गौरतलब है कि यूपी विधानसभा में राजभर की पार्टी के छह विधायक हैं. उन्होंने हाल ही में विधानसभा चुनाव सपा के साथ गठबंधन में लड़ा था. यूपी में बसपा का एक विधायक है. जबकि राजाभैया की पार्टी के दो विधायक हैं. इसके अलावा, शिवपाल यादव भी एनडीए के समर्थन में आ सकते हैं. बताते चलें कि बसपा प्रमुख मायावती ने पहले ही ऐलान कर दिया था कि वे एनडीए की उम्मीदवार का समर्थन करेंगी.