दिल्ली। JDU के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव का 75 साल की उम्र में निधन हो गया. बिहार की राजनीति में अपनी अलग पहचान रखने वाले शरद यादव का जाना सभी को दुखी कर गया है. उनकी समाजवाद वाली राजनीति ने उन्हें जनता के बीच लोकप्रिय बना दिया था, लेकिन अब उस महान नेता ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया. गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में उनका निधन हुआ है.
शरद यादव के दामाद राजकमल राव ने बताया कि उन्हें कार्डियक अरेस्ट आया था. हम उन्हें अस्पताल ले गए. वहां पहुंचने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. उन्हें किडनी की समस्या थी और डायलिसिस पर थे. उनके पार्थिव शरीर को मध्य प्रदेश में उनके पैतृक गांव ले जाया जाएगा जहां अंतिम संस्कार किया जाएगा.
राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि उनके आपसी मतभेदों के कारण कभी भी किसी प्रकार की कड़वाहट नहीं हुई. सिंगापुर के अस्पातल में बिस्तर से वीडियो बयान जारी करते हुए लालू यादव ने शरद यादव को बड़ा भाई बताया और दिवंगत नेता के साथ अपने पुराने रिश्ते को याद किया.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शरद यादव के निधन पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव जी का निधन दुःखद है. शरद यादव जी से मेरा बहुत गहरा संबंध था. मैं उनके निधन की खबर से स्तब्ध एवं मर्माहत हूं. वे एक प्रखर समाजवादी नेता थे. उनके निधन से सामाजिक एवं राजनीतिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें.