Prashant Kishor on Lakhimpur Kheri Violence: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने कांग्रेस (Congress) पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि जिन लोगों को लगता है कि लखीमपुर कांड के कारण कांग्रेस की अगुवाई में विपक्ष की त्वरित वापसी होगी वो ग़लतफ़हमी में हैं. प्रशांत किशोर के मुताबिक दुर्भाग्य से कांग्रेस की गहरी समस्या का कोई तात्कालिक समाधान नहीं है. पीके ने कांग्रेस का नाम लेने की बजाय उसे GOP यानी ग्रैंड ओल्ड पार्टी कहा है.
बता दें कि कुछ दिन पहले ऐसी अटकलें थी कि प्रशांत किशोर कांग्रेस पार्टी का दामन थाम सकते हैं. ऐसे में पीके का यह बयान बेहद अहम हो जाता है. 2014 में बीजेपी का चुनाव प्रचार का काम देखने के बाद राष्ट्रीय क्षितिज पर जबसे पीके चमके तबसे लगातार उनका प्रभाव बढ़ता ही गया है. ये भी किसी से छिपा नहीं है कि कई राजनीतिक दल प्रशांत किशोर को अपने साथ लाने को तैयार हैं.
प्रशांत किशोर ने शुरुआत में 2014 के लोकसभा चुनावों के लिए भाजपा के साथ काम किया था और उसके बाद जेडीयू में शामिल हो गए थे और पार्टी के उपाध्यक्ष थे. उन्होंने उत्तर प्रदेश में पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान भी कांग्रेस के साथ काम किया था. उन्होंने पंजाब में पार्टी की सहायता भी की और मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के सलाहकार थे.
इसके अलावा वे पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी, दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल, तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में एमके स्टालिन, आंध्र प्रदेश में जगनमोहन रेड्डी के साथ काम कर चुके हैं.