कोयले की कमी से गहराया बिजली संकट, केंद्र को पत्र लिखा गया

Update: 2022-04-29 04:19 GMT

नई दिल्ली: दिल्ली समेत देश के तमाम राज्यों में भीषण गर्मी का कहर जारी है. बढ़ती गर्मी के चलते इन दिनों बिजली की मांग भी तेजी से बढ़ी है. लेकिन इन सबके बीच दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में कोयला संकट की भी खबरें सामने आ रही हैं. कोयले की कमी के चलते दिल्ली समेत 12 राज्यों में बिजली संकट का भी सामना करना पड़ रहा है. इन सबके बीच दिल्ली सरकार ने चेतावनी दी है कि राजधानी में बिजली आपूर्ति करने वाले पावर प्लांट्स में कोयले की कमी है. ऐसे में मेट्रो ट्रेन और अस्पतालों समेत सभी अहम संस्थानों को बिजली आपूर्ति करने में समस्या आ सकती है.

दिल्ली के ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendar Jain) ने स्थिति को लेकर इमरजेंसी मीटिंग बुलाई. साथ ही सत्येंद्र जैन ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर पर्याप्त कोयला सप्लाई की मांग की है. ताकि पावर प्लांट को कोयला उपलब्ध हो सके और उनसे दिल्ली में बिजली सप्लाई की जा सके.
दादरी, ऊंचाहार, कहलगांव, फरक्का और झज्जर पावर प्लांट से 1,751 मेगावाट बिजली हर दिन दिल्ली को भेजी जाती है. दिल्ली को ज्यादातर आपूर्ति (728 MW) दादरी -II पावर प्लांट से की जाती है. वहीं, ऊंचाहार से 100 MW बिजली का आपूर्ति होती है. नेशनल पावर पोर्टल की डेली कोल रिपोर्ट के मुताबिक, इन सभी पावर प्लांट्स पर कोयले की कमी है.
दिल्ली सरकार ने बयान जारी कर कहा, दादरी- II और ऊंचाहार पावर स्टेशन से बिजली आपूर्ति बाधित होने से दिल्ली मेट्रो और सरकारी अस्पतालों समेत कई आवश्यक संस्थानों को 24 घंटे बिजली आपूर्ति में समस्या हो सकती है.
सत्येंद्र जैन ने कहा, मौजूदा समय में दिल्ली में बिजली की 25-30% मांग इन बिजली स्टेशनों के माध्यम से पूरी की जा रही है, और इन पावर स्टेशनों को कोयले की कमी का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा, दिल्ली सरकार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और हर वह कदम उठा रही है, जिससे राजधानी के लोगों को बिजली संकट का सामना न करना पड़े.
दिल्ली के ऊर्जा मंत्री ने कहा, ये पावर स्टेशन दिल्ली के कुछ हिस्सों में में ब्लैकआउट रोकने में अहम भूमिका निभाते हैं. ये स्टेशन गर्मियों में मेट्रो, अस्पतालों और लोगों को निरंतर बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए भी आवश्यक हैं.
बयान में कहा गया है कि नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन (NTPC) के दादरी-II और झज्जर की स्थापना मुख्य रूप से दिल्ली में बिजली की आवश्यकता को पूरा करने के लिए की गई थी. लेकिन अब इन पावर प्लांट्स पर काफी कम मात्रा में कोयले का स्टॉक बचा हुआ है.
भीषण गर्मी और कोयले की कमी के चलते देश के 13 राज्य बिजली संकट का सामना कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश से बिजली संकट की खबरें सामने आ रही हैं. भारत में पिछले हफ्ते 623 मिलियन यूनिट बिजली की शॉर्टेज हुई है. यह पूरे मार्च महीने में हुई शॉर्टेज से ज्यादा है.
भारत में गुरुवार को बिजली की मांग 201 गीगावाट तक पहुंच गई. वहीं, इस दौरान देशभर में 8.2 गीगावाट की कमी भी दर्ज की गई. बताया जा रहा है कि आने वाले समय में भारत में बिजली संकट और गहरा सकता है.
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