Power Board ने मंगवाए मीटर, इस साल अब तक लगे 65 हजार

Update: 2024-06-24 10:20 GMT
Shimla. शिमला. हिमाचल प्रदेश में नए चल रहे निर्माण कार्यों के बाद अब नए बिजली कनेक्शनों की डिमांड आ गई है। राज्य बिजली बोर्ड लिमिटेड को फील्ड कार्यालयों से जो डिमांड मिली है उसके मुताबिक 26 हजार नए कनेक्शन लगाए जाने हैं। इन कनेक्शन को लगाने के लिए बिजली बोर्ड प्रबंधन भी तैयार है, जिसने मीटर ऑर्डर दे दिया है। अगले महीने तक बोर्ड के पास इतनी संख्या में नए बिजली मीटर आएंगे और उनको लगाने का काम भी शुरू कर दिया जाएगा। बोर्ड प्रबंधन ने जल्द से जल्द टेस्टिंग एजेंसी को नए मीटर भेजने को कहा है। इस साल अब तक राज्य बिजली बोर्ड ने प्रदेश में लगभग 65 हजार मीटर आबंटित किए थे जिनको लगवा दिया है। पिछले साल मीटरों की भारी कमी प्रदेश में पेश आ रही थी जो एक बड़ा मुद्दा भी बन गया था। यहां पर सत्ता परिवर्तन के बाद जो टेंडर बिजली बोर्ड ने मीटर खरीद के लिए किया था उसे अचानक से रद्द कर दिया गया और उसकी जगह पर फिर नए टेंडर करने में समय लगा। ऐसे में प्रदेश भर में हल्ला मच गया और एक बड़ा विवाद यहां पर खड़ा हो गया था। इस विवाद से बिजली बोर्ड अब निपट चुका है, जिसने इस साल में मार्च महीने से लेकर अब तक लगभग 65 हजार नए बिजली मीटर लोगों के घरों में लगाए हैं। अब दोबारा से बोर्ड के पास बड़ी डिमांड आ गई है। नए हुए निर्माण कार्यों के चलते बोर्ड के पास
फील्ड से लगभग 26 हजार बिजली मीटर की मांग आई है।
जानकारी के अनुसार सबसे ज्यादा डिमांड कांगड़ा जिला से है, जहां पर करीब छह हजार नए बिजली कनेक्शन लगने हैं। इसी तरह से हमीरपुर, ऊना, सोलन व शिमला से भी दो से तीन-तीन हजार नए बिजली कनेक्शन की डिमांड है। बिजली बोर्ड की टेस्टिंग लैब दो स्थानों पर हैं, जिसमें सुंदरनगर व सोलन है। निजी कंपनियों से बिजली मीटर आने के बाद उनकी टेस्टिंग के लिए इन्हें टेस्टिंग लैब में भेजा जाएगा। बोर्ड प्रबंधन ने जल्द से जल्द इस प्रक्रिया को पूरा करने को कहा है। उम्मीद की जा रही है कि लोगों की डिमांड को अगस्त या सितंबर महीने तक पूरा कर दिया जाएगा और इतनी सं या में घरों में नए बिजली मीटर के साथ कनेक्शन लग जाएंगे। फिलहाल कुछ मीटर बोर्ड के पास पड़े हैं मगर उसे बड़ी खेप चाहिए तभी लोगों की मांग को पूरा किया जा सकेगा। अब बोर्ड सभी घरों में इलेक्ट्रानिक मीटर ही लगा रहा है। पहले पुराने मीटर लगाए जाते थे जिनको अब बदलने के लिए कह दिया गया है। क्योंकि नए स्मॉर्ट मीटर हैं और ये सीधे बोर्ड के सरवर से जुड़ जाते हैं। इन मीटरों में बिजली खपत को जांचना आसान रहता है क्योंकि यह ऑन लाइन जुड़े होते हैं। इससे उपभोक्ता को ऑनलाइन ही उसके बिल की जानकारी मिल जाती है। इस व्यवस्था को बोर्ड पूरे जोर के साथ लागू कर रहा है। नए मीटर लगाए जाने से बोर्ड को एक और राहत मिल रही है कि उन्हें मीटर रीडिंग नोट करने के लिए कर्मचारी नहीं भेजने पड़ते। इससे उनके इस काम में कर्मचारियों को लगाए जाने की भी जरूरत नहीं है और प्रदेश में कई स्थानों पर इसी तरह की व्यवस्था हो चुकी है। बोर्ड अपना फायदा देख रहा है और समय के साथ हो रहे बदलाव में उसको अच्छा खासा लाभ मिलने लगा है। भविष्य में बोर्ड पूरे प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगा देगा, जो कि अभी शिमला या धर्मशाला के अलावा कुछ और शहरों में ही लग पाए हैं। मगर अब नए बिजली कनेक्शन में नए मीटरों को ही लगाया जा रहा है, जिससे उनकी एफिशियंसी बढ़ रही है।
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