दिल्ली में पोस्टर वार: भाजपा ने केजरीवाल को बताया 'पूर्वांचलियों का जानी दुश्मन'
नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए सभी पार्टियां सड़क से लेकर सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं। एक-दूसरे की बखिया उधेड़ी जा रही है। भाजपा और आम आदमी पार्टी का पोस्टर वार सुर्खियों में है। रविवार को भाजपा ने अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर अरविंद केजरीवाल पर जबरदस्त हमला किया। पूर्व सीएम को पूर्वांचलियों का जानी दुश्मन बताया गया।
पोस्टर में लिखा है, दिल्ली को बर्बाद कर दिया इस ‘आप’ दा की टोली ने। अब नहीं सहेंगे, बदलकर रहेंगे। वहीं, पूर्वांचलियों को फर्जी वोटर्स बताए जाने को लेकर भी भाजपा ने अरविंद केजरीवाल पर तंज कसा है। भाजपा ने इस संबंध में लिखा है, दिल्ली में रह रहे यूपी बिहार के लोग अरविंद केजरीवाल के लिए फर्जी, रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठिए इनके रिश्तेदार।
पोस्ट में आगे कहा गया है कि पूर्वांचल के लोगों को फर्जी वोटर बताने वाले केजरीवाल, अब यही पूर्वांचल समाज पांच फरवरी को ‘आप’ को अच्छे से सबक सिखाएगा। दिल्ली की राजनीतिक गलियारों में भाजपा का यह पोस्टर सुर्खियों में है। जब से चुनावी बिगुल बजा है, तब से दोनों पार्टियों के बीच पोस्टर वार अपने चरम पर है।
इससे पहले आम आदमी पार्टी ने 11 जनवरी को अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर एक पोस्टर जारी कर कालकाजी से भाजपा प्रत्याशी रमेश बिधूड़ी पर निशाना साधा था। इस पोस्टर में रमेश बिधूड़ी को भाजपा का 'गालीबाज नेता' बताने के साथ ही 'बाहुबली' फिल्म के खलनायक का गेटअप दिया था।
इसके बाद भाजपा ने पलटवार करते हुए अरविंद केजरीवाल का भी पोस्टर जारी किया था। जिसमें “शराब घोटाले में 2026 करोड़ खा गया दिल्ली का महाठग, आप-दा का पर्दाफाश, शराब नीति बनाकर दिल्ली का भविष्य किया खराब” लिखा गया था।
आम आदमी पार्टी ने एक और पोस्टर जारी कर कांग्रेस, भाजपा और एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी को निशाने पर लिया था। पोस्टर में कांग्रेस और भाजपा के नेताओं को जहां निकम्मा बताया गया था। वहीं दूसरी तरफ अरविंद केजरीवाल को ईमानदार बताया गया था।
बता दें कि दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए पांच फरवरी को मतदान होंगे और आठ फरवरी को नतीजों की घोषणा होगी। चुनाव आयोग के मुताबिक, दिल्ली में कुल 1 करोड़ 55 लाख वोटर्स हैं। इसके अलावा, पुरुष मतदाता की संख्या 83.49 लाख, महिला मतदाता 71.74 लाख है और युवा मतदाताओं की संख्या 25.89 लाख है। दिल्ली में 13 हजार से ज्यादा मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। 100 साल से ऊपर के मतदाताओं की संख्या 830 है।