अयोध्या: बीजेपी सांसद मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) बुधवार रात को अयोध्या पहुंचे. यहां चल रही रामलीला (Ramlila) में मनोज तिवारी ने 'अंगद' का किरदार निभाया. इसके बाद तिवारी ने छठ पूजा (Chhath Puja Ban) पर पाबंदी को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री (Arvind Kejriwal) पर जमकर निशाना साधा. अपने आप को 'अंगद' और केजरीवाल को 'रावण' बताते हुए तिवारी ने सवाल पूछा कि यूपी, उत्तराखंड, पंजाब और गोवा में छठ पूजा बैन नहीं है तो दिल्ली में क्यों है?
मनोज तिवारी ने आरोप लगाते हुए कहा कि छठ पूजा का 100 करोड़ का बजट उत्तराखंड और पंजाब में खर्च कर चुके हैं, इसलिए छठ पूजा कैसे कराएं? अब तो उनके मंत्री ही सवाल उठा रहे हैं तो उम्मीद है दिल्ली में छठ पूजा की इजाजत मिल जाएगी.
पूर्वी दिल्ली से बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा, 'मेरी प्रार्थना छठ को लेकर यही है कि दिल्ली में ही छठ बैन है. उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब में बैन नहीं है, तो फिर दिल्ली में ऐसी कौन सी आफत आ गई कि छठ को बैन किया गया? हम लोगों ने छठ समितियों से बात की, अरविंद केजरीवाल को चिट्ठी लिखी, डीडीएमए से बात की. दिल्ली सरकार का ये फैसला है अब इसमें कोई डाउट नहीं है क्योंकि अरविंद केजरीवाल ने 5 दिन पहले एक अखबार में अपने बयान में साफ कहा है कि हां जी प्रतिबंध रहेगा.'
सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा मनाने पर रोक के फैसले के खिलाफ बीजेपी ने मंगलवार को बड़ा प्रदर्शन किया था. इस दौरान मनोज तिवारी घायल भी हो गए थे और उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा था. लेकिन अस्पताल से ही तिवारी सीधे अयोध्या पहुंच गए और अंगद का किरदार निभाया. उन्होंने कहा, 'पूरी दिल्ली के 15-16000 लोग सड़कों पर आ गए तो अरविंद केजरीवाल डीडीएमए को प्रपोजल देने के बजाय स्वास्थ्य मंत्री को चिट्ठी लिख रहे हैं कि दिशानिर्देश दो. हर राज्य अपने यहां की स्थिति के अनुसार तय कर रहे हैं और आप केंद्र पर डाल रहे हैं.'
उन्होंने आगे कहा कि वो आस्था की बात कर रहे हैं और दिल्ली के मुख्यमंत्री राजनीति की बात कर रहे हैं. उन्होंने कोरोना गाइडलाइन के तहत दिल्ली में भी छठ की अनुमति देने की अपील की है.
मनोज तिवारी यहीं नहीं रुके. उन्होंने आरोप लगाया कि छठ का बजट पंजाब और उत्तराखंड में खर्च हो गया है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, 'छठ कराने का 100 करोड़ रुपये का बजट वो पंजाब और उत्तराखंड में खर्च कर चुके हैं या खर्च कर रहे हैं तो अब कहां से खर्च देंगे. इश्यू यहां फंसा हुआ है कि वो ये फंड कहीं और खर्च कर चुके हैं और अब वह चाहते हैं कि यहां छठ ना करना पड़े.'
अंगद के किरदार में ही तिवारी ने आगे कहा, 'मैं अभी तक जो बोल रहा था वो अंगद ही बोल रहा था. अंगद मतलब राम के दल का एक व्यक्ति जो रावण को चुनौती देता है, रावण को समझाता है और मैं वैसे भी अरविंद केजरीवाल को समझा रहा हूं. इसको अन्यथा ना लिया जाए. हर की पौड़ी में गंगा में लोग नहा रहे हैं, उस पर कोई रोक नहीं तो पानी में खड़ा होने पर क्यों रोक है? मैं अंगद के स्वरूप में हूं और रावण से मेरा संवाद होने जा रहा है, पर मैं अरविंद केजरीवाल को एक अच्छा व्यक्ति समझकर ये बोलना चाहता हूं कि कल आप एक प्रपोजल दीजिए डीडीएमए को जैसे पूरे देश में छठ हो होगा, वैसे ही दिल्ली में भी छठ होगा.'