बिहार में बागेश्वर बाबा के दौरे को लेकर सियासत तेज
बहुत बड़ा बयान दिया है.
मध्यप्रदेश | के बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र शास्त्री का नाम एक बार फिर से चर्चा में है. हालांकि इस बार उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा कि जिसपर विवाद हो बल्कि हंगामा इसलिए बरपा है क्योंकि उनके अगले धार्मिक आयोजन की जानकारी सामने आ चुकी है. बागेश्वर धाम के सरकार अब बिहार में अपना कार्यक्रम करने जा रहे हैं. जिसके बाद पंडित धीरेंद्र शास्त्री के बिहार दौरे पर सियासत गर्मा गई है. क्योंकि वन एवं पर्यावरण मंत्री तेजप्रताप यादव के बाद अब सत्ताधारी पार्टी आरजेडी (RJD) के अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने बागेश्वर बाबा के पटना दौरे को लेकर बहुत बड़ा बयान दिया है.
जेल जाएंगे बागेश्वर बाबा?
पंडित धीरेंद्र शास्त्री के बिहार दौरे पर पटना में बवाल मचा है. पहले लालू यादव के बेटे और विधायक तेजप्रताप ने बाबा पर निशाना साझा तो अब उनकी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने ऐसा विवादित बयान दिया है जो बाबा के भक्तों की भावना को ठेस पहुंचा सकता है. दरअसल जगदानंद सिंह ने कहा है कि धीरेंद्र शास्त्री जैसे लोगों को जेल में रहना चाहिए. वही उनकी सही जगह है. अफसोस है कि वो बाहर हैं. ये लोग संत परंपरा को खराब कर रहे हैं.’ इसके बाद ये सवाल उठ रहे हैं कि क्या बागेश्वर बाबा अगर बिहार में अपना दरबार लगाएंगे तो आरजेडी की अगुवाई वाली महागठबंधन सरकार उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेज देगी?
पहले तेजप्रताप ने साधा था निशाना
इससे पहले मंत्री तेजप्रताप ने कहा था कि वो धीरेंद्र शास्त्री का पटना एयरपोर्ट पर घेराव करेंगे. धीरेंद्र शास्त्री को चेतावनी देते हुए उन्होंने ये भी कहा था कि अगर बागेश्वर बाबा हिंदू-मुस्लिम करेंगे तो उन्हें बिहार की धरती से वापस लौटना पड़ेगा.
बागेश्वर धाम के पटना दौरे पर सियासत
आपको बताते चलें कि पटना के पास नौबतपुर के तेरत गांव में 13 से 17 मई के बीच धीरेंद्र शास्त्री का दरबार लगना है. पहले ये कार्यक्रम पटना के गांधी मैदान में आयोजित होना था, मगर स्थानीय जिला प्रशासन की ओर से आयोजन की इजाजत नहीं मिली तो कार्यक्रम स्थल में फेरबदल करना पड़ा.
बाबा धीरेंद्र शास्त्री के भक्त पूरे देशभर में है. वो बागेश्वर धाम के फेसबुक पेज पर आकर अपने आयोजनों की जानकारी देते रहते हैं. इस बार उन्होंने बिहार के सभी सनातनियों को भोजपुरी में संदेश देते हुए लोगों से दरबार में आने की अपील की है. वहीं बीजेपी ने आरजेडी नेताओं की ऐसी बयानबाजी का विरोध जताते हुए सरकार की नीयत पर सवाल उठाए हैं.