पुलिसकर्मी ने ली पत्नी की जान, 7 बच्चों का गला रेता, तभी..

सभी को जिला अस्पताल ले गए जहां चिकित्सकों ने महिला को मृत घोषित कर दिया...

Update: 2021-05-15 09:09 GMT

उत्‍तर प्रदेश के गाजीपुर के दिलदारनगर नगर थाना क्षेत्र के उसिया गांव में शनिवार की भोर पारिवारिक कलह में सिपाही ने पत्नी को पीटकर उसकी धारदार हथियार से हत्या कर दी। मां को बचाने के लिए पिता से उलझे सात बच्चों पर भी धारदार हथियार से वारकर घायल कर दिया। वारदात को अंजाम देकर सिपाही ने खुद ट्रेन के आगे कूदकर उसने जान दे दी। आनन फानन पड़ोसी पुलिस की मदद से सभी को जिला अस्पताल ले गए जहां चिकित्सकों ने महिला को मृत घोषित कर दिया, अन्य बच्चों को भर्ती कर लिया। उपचार के दौरान तीन मासूमों की हालत नाजुक बनी हुई है। वहीं परिजनों के बिलखने से गांव मे मातम पसरा हुआ है। सिपाही और महिला के शव का पंचनामा भरकर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा है और घटना की पूरी वजह जानने में जुटी है।

उसिया गांव का मूल निवासी मुंशी यादव (42) प्रयागराज में तैनात था, उसका स्थानांतरण बीते जनवरी माह में फत्तेहपुर हुआ था, वह वहां पुलिस लाइन में आमद कराकर बीमारी के दस्तावेज दिखाकर बीते 5 जनवरी से ही मेडिकल लीव पर छुट्टी लेकर घर आ गया था। उसियां में उसकी पत्नी के साथ सात बच्चे रहते थे। शुक्रवार देर रात सिपाही मुंशी अपने परिवार के साथ रात में छत पर सोया था। भोर में किसी बात को लेकर पत्नी रीना देवी(38) से कहासुनी हो गई। बात इतनी बढ़ गई की गुस्से में आए सिपाही ने अपनी पत्नी के सिर और गले पर धारदार हथियार से वारकर कर दिया। चिखने की आवाज सुनकर पुत्री नेहा(16), रीतू(13), नीतू (10) और वर्षा (8)की नींद टूट गई। उनके शोर मचाने से पूर्व सिपाही ने धारदार हथियार से हमलाकर लहूलुहान कर दिया।
इसके बाद सो रही पुत्री सुधा (6), कृष्णा (2) और श्याम (7) के उपर भी जानलेवा हमलाकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। चीखें और शोर सुनकर आरोपी के बड़े भाई की पत्नी जैसे ही घटना स्थल पर पहुंची। सभी को लहूलुहान देखकर बेहोश होकर गिर पड़ी। आवाज सुनकर ग्रामीण घटना स्थल के तरफ दौड़ पड़े और वारदात की जानकारी पुलिस को दी। सूचना मिलते पुलिस टीम मौके पर पहुंची और घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। जहां पत्नी रीना देवी की जांच के बाद चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। वहीं सुधा, कृष्णा और श्याम की हालत नाजुक बनी हुई है। एक पुत्री व दो पुत्र को उपचार के लिए जिला अस्पताल से वारणसी ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया।
इधर, वारदात को अंजाम देकर आरोपी सिपाही मुंशी यादव ने ककरही डेरा के सामने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने सिपाही के क्षत विक्षत शव को भी कब्जे में लिया। थाना निरीक्षक कमलेश पाल ने बताया कि फतेहपुर में तैनात हेड कांस्टेबल मुंशी सिंह यादव चर्म रोग से पीड़ित होने के कारण अवकाश पर था, उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। पारिवारिक कलह में उसने पत्नी की हत्या और बच्चों को गंभीर घायल कर दिया। खुद ट्रेन के सामने कूद कर देवल गांव के पास आत्महत्या कर ली। पुलिस ने दोनों शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं

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