वन विभाग की टीम पर हमला, रेत माफियाओं ने घेरा, फिर...
तीन गाड़ियों को नुकसान पहुंचा है.
मुरैना: मध्य प्रदेश के मुरैना में अवैध रेत उत्खनन रोकने गई वन विभाग की टीम पर रेत माफियाओं ने पथराव किया है. पथराव में वन विभाग की टीम की तीन गाड़ियों को नुकसान पहुंचा है. वन विभाग का अमला बड़ी मुश्किल से रेत माफियाओं से बचकर टेंटरा थाने पहुंचा और रेत माफियाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई.
जानकारी के अनुसार, वन विभाग के अमले को सूचना मिली थी कि बरोठा घाट पर रेत माफियाओं द्वारा रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है. इसी सूचना पर वन विभाग की टीम बरोठा घाट पर पहुंच गई और यहां रेत भरने वाली एक लोडर मशीन को वन विभाग के अमले ने पकड़ लिया.
वन विभाग टीम को देखकर रेत माफिया भड़क गए और उन्होंने वन अमले को घेर कर पथराव शुरू कर दिया. इस पथराव की वजह से वन विभाग की 3 गाड़ियों के कांच फूट गए. फिर भी वन विभाग की टीम ने रेत माफियाओं का सामना करते हुए लोडर मशीन को अपने कब्जे में बनाए रखा. फिर किसी तरह लोडर मशीन को सुरक्षित तरीके से बरोठा घाट से निकालकर वन विभाग की टीम बाहर घाट से बाहर ले गई.
कार्रवाई को अंजाम देने के बाद वनरक्षक धर्मवीर सिंह गुर्जर ने टेंटरा थाने पहुंचकर एक नामजद और 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. टेंटरा थाना प्रभारी जयदीप भदौरिया ने फोन पर आजतक को जानकारी देते हुए बताया कि वन रक्षक की शिकायत पर धारा 353 के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है.
अक्टूबर महीने में एमपी के ही खरगोन में रेत माफियाओं ने खनिज विभाग के अधिकारी और साथ पहुंचे होमगार्ड जवान पर जानलेवा हमला किया था. हमले के बाद माफिया पुलिस के कब्जे से जेसीबी छुड़ाकर भाग गए थे. खरगोन थाने के कुम्हार खेड़ा गांव में जिला खनिज अधिकारी सावन सिंह चौहान और होमगार्ड राकेश यादव पहुंचे थे.
खनिज विभाग की टीम के पहुंचने की भनक लगते ही रेत माफिया जेसीबी लेकर भाग रहे थे. मगर, होमगार्ड ने जेसीबी जब्त कर ली और उसे लेकर थाने आ रहा था. जेसीबी मालिक मिथुन और लखन ने अन्य साथियों के साथ मिलकर होमगार्ड जवान पर हमला कर दिया था.