बदायूं में सहसवान से सपा विधायक ब्रजेश यादव के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन के मामले में पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है. सहसवान कोतवाली के प्रभारी संजीव शुक्ला ने बताया कि विधानसभा चुनाव की आचार संहिता के दौरान 20 जनवरी को 2022 को ब्रजेश यादव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इस वीडियो को सुनने व देखने के बाद पुलिस ने माना कि यह आचार संहिता का खुला उल्लंघन है. पुलिस ने सोशल मीडिया को साक्ष्य मानते हुए ब्रजेश के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया.
जनसभा में यह बोले थे सपा नेता
जानकारी के मुताबिक वायरल वीडियो में ब्रजेश यादव किसी जनसभा को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने मंच से कहा कि अगर लड़कों को छूट दे दी तो भाजपाइयों को ठिकाने नहीं मिलेंगे. उन्होंने अपने संबोधन में कहा था, 'कोई बीजेपी का नेता सुन रहा हो तो सुन ले.. रहने के लिए ठिकाने नहीं मिलेंगे, अगर मैंने लड़कों को छूट दे दी तो बीजेपी नेताओं को ठिकाने नहीं मिलेंगे... शराफत जिंदा है हमारे अंदर आज भी. हम गलत काम नहीं करते हैं.' इस वीडियो के वायरल होने के बाद ब्रजेश सिंह यादव ने दावा किया था कि यह वीडियो दो साल पुराना है.
भड़काऊ भाषण देने का भी है मामला
एसपी ग्रामीण क्षेत्र सिद्धार्थ वर्मा ने बताया कि आचार संहिता उल्लंघन के मामले में सहसवान विधानसभा सीट से वर्तमान में समाजवादी पार्टी के विधायक ब्रजेश यादव के खिलाफ भड़काऊ भाषण और आचार संहिता उल्लंघन के मामले में जांच के बाद चार्जशीट दाखिल कर दी गई है. मालूम हो कि ब्रजेश यादव से पहले सहसवान सीट से उनके पिता ओमकार सिंह यादव ही विधायक थे.