सावन के चौथे सोमवार के अवसर पर दर्जनों की संख्या में काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट नंबर 4 पर पहुंचकर प्रतिबंधित क्षेत्र में स्थित मां श्रृंगार गौरी के दर्शन के जिद पर अड़े विश्व हिंदू सेना के कार्यकर्ताओं ने धरना शुरू कर दिया. कुछ देर चले धरना प्रदर्शन के बाद पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया.
इस दौरान करीब एक दर्जन पुरुष तो लगभग दो दर्जन महिला प्रदर्शनकारियों को पुलिस अपने साथ गिरफ्तार करके चौक थाने ले आई. द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर के नजदीक स्थित मां श्रृंगार गौरी के दर्शन के लिए दर्जनों की संख्या में जाने पर अड़े विश्व हिंदू सेना के कार्यकर्ताओं के धरना प्रदर्शन शुरू कर देने बवाल हो गया.
काशी विश्वनाथ मंदिर के प्रवेश द्वार 4 पर कुछ देर के प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को काफी समझाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने एक न सुनी. इसके बाद पुलिस ने उनको जबरदस्ती उठा लिया और अपने साथ थाने ले आई. इस दौरान पुलिस ने लगभग एक दर्जन पुरुष और दो दर्जन महिलाओं को संबंधित चौक थाने में गिरफ्तार कर लिया.
प्रदर्शनकारी विश्व हिंदू सेना के दिग्विजय चौबे ने बताया कि 1995 से वह मां श्रृंगार गौरी के स्वतंत्र दर्शन की मांग कर रहे हैं और जब तक मां श्रृंगार गौरी का दर्शन आम जनों के लिए प्रतिदिन नहीं खोला जाता तब तक यह संघर्ष चलता रहेगा.
उन्होंने बताया कि विश्व हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरुण पाठक के द्वारा काफी पहले से ही यह प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन सरकार का उन पर कोई ध्यान नहीं है. उन्होंने कहा कि जब केंद्र में नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बनी तो उन्हें लगा कि अब हिंदुत्व पर मंडरा रहा खतरा समाप्त हो जाएगा, लेकिन ऐसा कुछ होता दिखाई नहीं दे रहा है.