पीएम मोदी आज अपनी मां हीराबेन के जन्मदिन के अवसर पर पावागढ़ में करेंगे पूजा
मां काली का यह मंदिर पावागढ़ के पर्वत पर स्थित है. यहां दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को रोप-वे का सहारा लेना पड़ता है. इसके बाद 250 सीढ़ियां चढ़ने के बाद मां के दर्शन होते हैं. हाल ही में इस मंदिर का नवीनीकरण किया जा रहा है. इसके तहत यहां लिफ़्ट लगाई जा रही है, ताकि दिव्यांगजन भी मां काली की पूजा और दर्शन कर सकें. इसके साथ ही मंदिर को भव्यता प्रदान की गई है. जानकारी के मुताबिक मंदिर के शिखर पर 500 साल बाद ध्वजारोहण किया जाएगा.
पावागढ़ मंदिर का इतिहास कई वर्ष पुराना है. कहा जाता है कि मां काली का ऐसा स्वरूप पूरे देश में दूसरा कहीं नहीं हैं. यहां सिर्फ देवी मां की आंखों के ही दर्शन होते हैं. कहा जाता है कि कई बरस पहले मुस्लिम शासक ने मंदिर का गुम्मट खंडित कर दिया था. इसके बाद इसका नवीनीकरण किया गया है. साथ ही विश्व की हेरिटेज साइट मानी जाने वाली चांपानेर नगरी भी यहीं बसी हुई है. प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को हेलीकॉप्टर से सीधा पावागढ़ पर्वत पर बनाए गए हेलीपैड पर उतरेंगे. इसके बाद वह मां के दर्शन करेंगे और फिर विरासत वन जाएंगे. राजनीतिक तौर पर देखा जाए तो मध्य गुजरात का यह क्षेत्र आदिवासी इलाकों का क्षेत्र है.