दिल्ली-एनसीआर के शहरों फरीदाबाद में वायु प्रदूषण का स्तर 268, गुरुग्राम में 287, गाजियाबाद में 379, ग्रेटर नोएडा में 342 और नोएडा में 304 रहा। दिल्ली के अधिकांश इलाकों में एक्यूआई स्तर 400 से ऊपर रहा - आनंद विहार में 457, अशोक विहार में 466, आया नगर में 426, बवाना में 471, डॉ कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में 415, द्वारका सेक्टर 8 में 445, दिलशाद गार्डन में 448 , आईटीओ में 411, जहांगीरपुरी में 466, मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में 419, मंदिर मार्ग में 434, मुंडका में 463, नजफगढ़ में 402, नरेला में 444, नेहरू नगर में 442, नॉर्थ कैंपस डीयू में 427, एनएसआईटी द्वारका में 410, 409 ओखला फेज 2 में, पटपड़गंज में 439, पंजाबी बाग में 442, पूसा में 407, आरके पुरम में 434, रोहिणी में 449, शादीपुर में 457, सिरी फोर्ट में 405, सोनिया विहार में 440, विवेक विहार में 454 और वजीरपुर में 463 रहा।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता शनिवार को भी गिरकर 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गई थी। अक्टूबर से दिल्ली की वायु गुणवत्ता खराब हो रही है। इसके मुख्य कारण मौसम में ठंडक, हवा का धीमे बहना, पटाखे, पराली जलाना और वाहनों से होने वाला प्रदूषण हैं। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में पराली जलाने का असर दिल्ली पर भी पड़ता है। बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने शुक्रवार को ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान का चरण 3 लागू कर दिया है। यह कदम प्रदूषण के बढ़ते स्तर को कम करने के लिए उठाए गए हैं।