G-7 समिट में वर्चुअली शामिल हुए पीएम मोदी, दुनिया को दिया 'एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य' का मंत्र

Update: 2021-06-13 01:26 GMT

फाइल फोटो 

PM Modi In G-7 Summit: पीएम नरेंद्र मोदी ने ग्रुप ऑफ सेवन यानी G7 की मीटिंग (PM Modi G7) को संबोधित किया. कोरोना महामारी के दौर में दुनिया की सात बड़ी आर्थिक शक्तियां जी-7 समिट में हिस्सा ले रही हैं. पीएम मोदी इस समिट में वर्चुअली शामिल हुए.

पीएम मोदी ने जी-7 समिट के पहले आउटरीच सत्र में भाग लेने के दौरान अपनी टिप्पणी में "एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य" (One Earth, One Health) का मंत्र दिया. जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने विशेष रूप से पीएम के इस मंत्र का उल्लेख किया और इसका मजबूत समर्थन दिया.
वहीं, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने पहले ट्रिप्स छूट (TRIPS Waiver) के बारे में पीएम मोदी के साथ अपनी चर्चाओं का उल्लेख किया. साथ ही भारत को ऑस्ट्रेलिया के मजबूत समर्थन से अवगत कराया.
उधर, फ्रेंच राष्ट्रपति ने भारत जैसे वैक्सीन उत्पादकों को कच्चे माल की आपूर्ति का आह्वान किया ताकि पूरी दुनिया के लिए बड़े पैमाने पर वैक्सीन उत्पादन सुनिश्चित किया जा सके.
सत्र के दौरान, पीएम मोदी ने भारत में कोविड संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान G7 और अन्य गेस्ट देशों द्वारा दिए गए समर्थन की सराहना की. उन्होंने कोरोना महामारी से लड़ने के लिए भारत के दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला. पीएम ने संपर्क ट्रेसिंग और वैक्सीन प्रबंधन के लिए ओपन सोर्स डिजिटल टूल्स के भारत के सफल उपयोग के बारे में भी बताया और अन्य विकासशील देशों के साथ अपने अनुभव और विशेषज्ञता को साझा करने की भारत की इच्छा से अवगत कराया.
पीएम मोदी ने वैश्विक स्वास्थ्य में सुधार के लिए सामूहिक प्रयासों के लिए भारत के समर्थन की प्रतिबद्धता जताई. भविष्य की महामारियों को रोकने के लिए वैश्विक एकता, नेतृत्व और एकजुटता का आह्वान करते हुए, पीएम ने इस संबंध में लोकतांत्रिक और पारदर्शी समाजों की विशेष जिम्मेदारी पर जोर दिया.
बता दें कि पीएम मोदी 12 जून के अलावा 13 जून को भी जी-7 के समिट के संपर्क (आउटरीच) सत्रों में डिजिटल माध्यम से भाग लेने वाले हैं. इस जी-7 समिट में कनाडा, इटली, जापान, फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन और अमेरिका जैसे देश शामिल हैं. इस बार जी-7 का नेतृत्व यूके (ब्रिटेन) कर रहा है, ऐसे में पीएम नरेंद्र मोदी को भी इस सम्मेलन में जुड़ने का मौका मिला है. भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया जैसे देशों को भी आमंत्रित किया गया है.
इस बार जी-7 में कोरोना वायरस, फ्री ट्रेड और पर्यावरण पर चर्चा होनी है. ज्यादा फोकस इसी बात पर रहेगा कि कैसे दुनिया को कोरोना महामारी से मुक्त किया जाए और फिर एक मजबूत वापसी की जाए.
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