पीएम मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव देते हुए बहस का दिया जवाब
दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में बजट सत्र के दौरान राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान कहा कि राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में आत्मनिर्भर भारत के बारे में विस्तार से अपनी बात रखी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की शुरुआत में स्वर कोकिकाल लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि लता मंगेशकर की आवाज़ ने मोहित किया और साथ ही प्रेरित भी किया. उन्होंने कहा कि लता मंगेशकर ने करीब करीब 36 भाषाओं में गाया, ये अपने आप में देश की एकता और अखंडता के लिए भी एक प्रेरक उदाहरण है. पीएम मोदी ने कहा कि इतिहास इस बात का गवाह है कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद दुनिया में बहुत बड़ा बदलाव आया है. एक नया वर्ल्ड ऑर्डर, जिसमें हम सब जी रहे हैं, मैं साफ देख रहा हूं कि कोरोना काल के दौरान दुनिया नई व्यवस्थाओं की तरफ बहुत तेज़ी से आगे बढ़ा है. उन्होंने कहा कि एक ऐसा टर्निंग प्वाइंट है कि हम लोग एक भारत के रूप में इस अवसर को गंवाना नहीं चाहिए. मेन टेबल पर भारत की आवाज़ बुलंद रहनी चाहिए.
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना काल के बाद दुनिया नई व्यवस्था की ओर आगे बढ़ी है. भारत को इस मामले में नेतृत्व के मसले पर पीछे नहीं रहना है. पीएम मोदी ने कहा कि भारत को ये मौका गंवाना नहीं चाहिए. उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना से लेकर स्वच्छ भारत अभियान तक की चर्चा की. पीएम ने कहा कि गरीब के घर में भी चूल्हे के धुएं से मुक्ति मिले तो ये अच्छा है. आज गरीब का बैंक में खाता हो, बिना बैंक गए गरीब अपने खाते का उपयोग करता हो. सरकार की योजनाओं की राशि सीधे उसके खाते में पहुंचती हों. अगर आप जनता के बीच रहते हो तो जरूर ये चीजें दिखाई देती हैं. दुर्भाग्य ये हैं कि कई लोगों का कांटा 2014 में अटका हुआ है.
पीएम मोदी ने कहा कि देश की जनता आपको पहचान गई है. इतना सारा उपदेश देते हैं तब भूल जाते हैं कि आपने भी 50 साल तक यहां बैठने का सौभाग्य प्राप्त किया था. नागालैंड ने करीब 24 साल हो गए जब लोगों ने कांग्रेस के लिए वोट किया था. गोवा ने 28 साल से आपको स्वीकार नहीं किया. पीएम मोदी ने त्रिपुरा और ओडिशा में भी कांग्रेस की अंतिम सरकारों की याद दिलाई.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बजट सत्र के दौरान राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई चर्चा का जवाब दे रहे थे. पीएम मोदी राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान हुई चर्चा का कल यानी 8 फरवरी को जवाब दे सकते हैं. बता दें कि धन्यवाद प्रस्ताव पर सदन में 12 घंटे से अधिक समय तक चर्चा हुई.