भारत में अगले साल होने वाले G-20 सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगो लॉन्च किया। लोगो के साथ एक टैगलाइन भी दी है, जिसमें लिखा है 'वसुधैव कुटुम्बकम्, One Earth, One Family, One Future'। इसके साथ ही पीएम ने Website भी लॉन्च की। बता दें कि आजादी के बाद पहली बार भारत में G-20 समिट का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए काशी को सांस्कृतिक नगरी के तौर पर चुना गया है।
पहली बार नई दिल्ली में लगेगा वैश्विक नेताओं का जमावड़ा
आजादी के बाद पहली बार देश की राजधानी में वैश्विक नेताओं का जमावड़ा लगेगा। दरअसल, भारत को इस साल दिसंबर में G-20 देशों की अध्यक्षता सौंप दी जाएगी। जनवरी से लेकर अगले साल दिसबंर तक देश के अलग-अलग क्षेत्रों में G-20 समिट का आयोजन किया जाएगा। यूक्रेन संकट के बाद पहली बार एक मंच पर अमेरिका और रूस के राष्ट्रपति दोनों साथ आ सकते हैं। गलवान घटना के बाद LAC बीच बढ़े तनाव के बाद चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग इस सम्मेलन में शामिल हो सकते हैं।
ये देश करेंगे शिरकत
इस समिट में भारत के साथ चीन, इंडोनेशिया, अर्जेंटीना, कनाडा, ब्राजील, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, ब्रिटेन, ईयू देश, फ्रांस, जर्मनी, जापान, इटली, मेक्सिको, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, टर्की और रूस शामिल होंगे।
देश में अगले साल होंगी कई बैठकें
अगले साल देश में होने जा रहे G-20 समिट के दौरान देश के अलग-अलग हिस्सों में कई बैठकें आयोजित की जाएंगी। इन बैठकों में वैश्विक मुद्दों से लेकर क्षेत्रीय और आर्थिक मुद्दों पर चर्चा होगी। बैठकों में G-20 देशों के नेता हिस्सा लेंगे। इसकी शुरूआत राजधानी दिल्ली से होगी।
यहां पर आयजित हो सकती हैं समिट
राजधानी दिल्ली के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर, लेह-लद्दाख और उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक नगरी काशी में भी बैठकें आयोजित होंगी। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार इतना बड़ा कोई आयोजन हो सकता है। इसके अलावा लेह-लद्दाख में भी इसका आयोजन किया जा सकता है। सबसे बड़ी बात यह है कि दोनों राज्यों की सीमाएं पाकिस्तान और चीन से लगती हैं और दोनों देश इसपर आपत्ति जता सकते हैं। वहीं, देश की धार्मिक नगरी काशी को G-20 देशों ने सांस्कृतिक नगरी का दर्जा दिया है। ऐसे में काशी में भी G-20 समिट का आयोजन किया जाएगा।