दिल्ली। पीएम मोदी ने देशवासियों को नवरात्रि की बधाई दी. और कहा - शक्ति की उपासना का यह पर्व हर किसी के जीवन में नई ऊर्जा का संचार करे।
नवरात्रि वर्ष में चार बार होती है- माघ, चैत्र, आषाढ़ और आश्विन. नवरात्रि से वातावरण के तमस का अंत होता है और सात्विकता की शुरुआत होती है. मन में उल्लास, उमंग और उत्साह की वृद्धि होती है. दुनिया में सारी शक्ति, नारी या स्त्री स्वरूप के पास ही है, इसलिए नवरात्रि में देवी की उपासना ही की जाती है. नवरात्रि के प्रथम दिन देवी के शैलपुत्री स्वरूप की उपासना का विधान है. इनकी पूजा से देवी की कृपा तो मिलती ही है, साथ ही सूर्य भी मजबूत होता है. इस बार चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 2 अप्रैल से हो रही है.
नवरात्रि में जीवन के समस्त भागों और समस्याओं पर नियंत्रण किया जा सकता है. नवरात्रि के दौरान हल्का और सात्विक भोजन करना चाहिए. नियमित खान-पान में जौ और जल का प्रयोग जरूर करें. इन दिनों तेल, मसाला और अनाज कम से कम खाना चाहिए. कलश की स्थापना करते समय जल में सिक्का डालें. कलश पर नारियल रखें और कलश पर मिट्टी लगाकर जौ बोएं. कलश के निकट अखंड दीपक जरूर प्रज्ज्वलित करें .