Hospice. धर्मशाला। एडीबी (एशियन डिवेलपमेंट बैंक) निर्मित कई भवनों का संचालन अब एचपीटीडीसी को दिया गया है। अनेक प्रोजेक्ट बनने के बाद संचालित नहीं हो पा रहे थे, लेकिन अब पयर्टन निगम इन प्रोजेक्ट का संचालन करेगा। निर्माण के कई वर्षों बाद भी संचालन की राह देख रहे इन भवनों में होटल या अन्य संस्थान चलाए जाएंगे। कांगड़ा जिला में ही ऐसे करीब आधा दर्जन भवन हैं, जिनका संचालन पर्यटन निगम के माध्यम से होगा। एडीबी से रजियाणा में निर्मित आर्ट एंड क्रॉफ्ट सेंटर, धर्मशाला के अघंजर महादेव में बनाया गया भवन, कांगड़ा में माता का बाग, बीड़ में पैरा ग्लाइडिंग ट्रेनिंग स्कूल भवन और वायो डायवर्सिटी पार्क के संचालन की योजना बनाई है। विधानसभा परिसर तपोवन के साथ सटी भूमि पर भी एक होटल बनाने का प्रस्ताव बनया गया है।
जिसके लिए विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया स्थानीय प्रशासन संग भूमि निरीक्षण कर चुके हैं। ऐसे में करोड़ों रुपए के बजट से बनने के बावजूद खाली पड़ी संपतियों को शुरू करने के लिए कुछ प्रॉपर्टी के निर्माण को भी पर्यटन निगम काम कर रहा है, जिससे इन सरकारी भवनों का सदुपयोग हो सके। मुख्यमंत्री ने पिछले दिनों एचपीटीडीसी का मुख्यालय भी शिमला से धर्मशाला शिफ्ट करने का ऐलान किया था, जिससे कांगड़ा-चंबा सहित आसपास के जिलों में पर्यटन निगम की गतिविधियां और अधिक बढऩे की उम्मीद जताई जा रही है। पर्यटन निगम के एमडी राजीव कुमार का कहना है कि बंद पड़े भवनों को नई योजना से शुरू करने को सरकार योजना बना रही है।