पिनाराई विजयन ने कहा कि ISIS में शामिल होने वाले मलयाली लोगों में 'ज्यादातर' मुसलमान थे

केरल (Kerala) के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन (Pinarayi Vijayan) ने बुधवार को 'लव जिहाद' और 'नारकोटिक्स जिहाद' जैसे विवादों को खारिज कर दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि धार्मिक नेता का बयान “दुर्भाग्यपूर्ण और अनुचित” था और लव जिहाद और नारकोटिक्स जिहाद मामले किसी भी आंकड़े या तथ्य पर आधारित नहीं थे।

Update: 2021-09-23 17:48 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। केरल (Kerala) के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन (Pinarayi Vijayan) ने बुधवार को 'लव जिहाद' और 'नारकोटिक्स जिहाद' जैसे विवादों को खारिज कर दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि धार्मिक नेता का बयान "दुर्भाग्यपूर्ण और अनुचित" था और लव जिहाद और नारकोटिक्स जिहाद मामले किसी भी आंकड़े या तथ्य पर आधारित नहीं थे। सीएम विजयन ने अपने संबोधन के दौरान उल्लेख किया कि राज्य में ईसाई धर्म से इस्लाम में जबरन धर्मांतरण की चिंता भी सच नहीं है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि साल 2018 से राज्य पुलिस डी-रैडिकलाइजेशन (de-radicalisation) प्रोग्राम चला रही है। इसके तहत आईएसआईएस से प्रभावित युवाओं को मुख्यधारा में वापस लाया जा रहा है।

इस मुद्दे पर बोलते हुए, केरल के सीएम ने 'लव जिहाद' और 'नारकोटिक्स जिहाद' के मुद्दों के इर्द-गिर्द एक बैठक की अध्यक्षता करने की विपक्ष की मांगों को भी खारिज कर दिया। इसका विवरण देते हुए, सीएम विजयन ने कहा, "अब, इस तरह की बैठक की कोई आवश्यकता नहीं है। राजनीतिक दल इसका मुकाबला करने के लिए शांति और एकता के संदेश को फैलाने के लिए अपने-अपने प्लेटफार्मों का उपयोग कर सकते हैं। कुछ लोग स्थिति का फायदा उठाने प्रयास कर कर रहे हैं और हमें पहले उन्हें अलग करना होगा। केरल में इस तरह के प्रयास विफल हो जाएंगे।"
'कट्टरपंथ को खत्म करने की दिशा में किए गए प्रयास'
एक प्रेस मीटिंग को संबोधित करते हुए, सीएम विजयन ने दूसरे धर्म की लड़कियों की प्यार का लालच देकर इस्लाम में परिवर्तित कराने के बाद उन्हें आतंकवादी संगठनों में शामिल करने की बात को निराधार बताया।
उन्होंने कहा, "सरकार ने तथ्यों की जांच की है। आईएसआईएस में शामिल होने वाले 100 मलयाली में से 72 अपने प्रोफेशनल के लिए विदेश गए और आईएस के विचारों से प्रभावित होकर उसमें शामिल हो गए। एक हिंदू को छोड़कर सभी मुस्लिम समुदाय से थे। अन्य 28 को ISIS की विचारधारा से आकर्षित पाया गया। ISIS में शामिल होने वाले 28 लोगों में से केवल 5 दूसरे धर्मों से इस्लाम में परिवर्तित हुए।"
केरल के युवाओं को मुख्य धारा में लाया जा रहा है वापस
डी-रेडिकलाइजेशन के प्रयासों पर बोलते हुए, सीएम विजयन ने चीजों को नियंत्रण में लाने में केरल पुलिस के काम की सराहना की है। उन्होंने जोर देकर कहा कि 2018 से राज्य पुलिस की स्पेशल ब्रांच युवाओं के लिए डी-रैडिकलाइजेशन प्रोग्राम चला रही है। सीएम विजयन ने आगे कहा, "कुछ युवा जो आईएसआईएस के विचारों से प्रभावित थे, उन्हें डी-रेडिकलाइज किया गया और मुख्यधारा में वापस लाया गया। विभिन्न जिलों में महल समितियों के माध्यम से काउंटर रेडिकलाइजेशन कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं जो सफल भी हैं।" हालांकि सीएम विजयन ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण 2020 में डी-रेडिकलाइजेशन कार्यक्रम रुक गया था। लेकिन अब इसे फिर से शुरू किया जाएगा।
लव जिहाद ( Love Jihad) के दावों का खंडन करते हुए, सीएम विजयन ने 'नारकोटिक्स जिहाद' का विषय भी उठाया और कहा कि इस तरह के दावे निराधार हैं। उन्होंने दोहराया कि 'लव जिहाद' और 'नारकोटिक्स जिहाद' पर पाला बिशप का बयान दुर्भाग्यपूर्ण था । उन्होंने कहा, "2020 में नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट (एनडीपीएस), 1985 एक्ट के तहत केरल में 4,941 मामले दर्ज किए गए। 5,422 आरोपियों में से 2700 (49.80 फीसदी) हिंदू थे, 1869 (34.47 फीसदी) मुस्लिम थे और 853 (15.73 प्रतिशत) ईसाई थे। उन्होंने दोहराया कि नशीले पदार्थों जैसी सामाजिक बुराइयों का कोई धर्म नहीं होता है और किसी विशेष धर्म को इसमें शामिल करना बेहद अनुचित है।"


Tags:    

Similar News