शिक्षक की ईमानदारी, तारीफ करने में लगे है लोग

Update: 2022-07-10 01:57 GMT

राजस्थान। राजस्थान के कोटा में एक शिक्षक ने ईमानदारी की ऐसी मिसाल पेश की है जिसे जानकर आप भी उनकी तारीफ करने लगेंगे. छात्रा उषा बैरवा के पिता को स्कूल में बुलाकर उन्हें 50000 रुपये वापस लौटाकर शिक्षक ने ये मिसाल कायम की है.

दरअसल अध्ययन के लिए आई किताबों में 50000 निकलने के बाद सभी लोग अचरज में पड़ गए. यह घटना कोटा के सांगोद गांव के एक विद्यालय की है. 6 जुलाई को राजकीय उच्च माध्यमिक विधालय ढोटी के निशुल्क पाठय पुस्तक प्रभारी अरविंद कुमार माहेश्वरी जब विद्यार्थियों को पुस्तकें वितरित कर रहे थे तो कक्षा 7वीं की किताब में 50 हजार रूपये की गड्डी निकली जिसे देखकर वो हैरान रह गए. बाद में पाठ्य पुस्तक वितरण प्रभारी ने इसकी जानकारी अपने सहयोगियों को दी. उस किताब पर छात्रा उषा बेरवा का नाम लिखा था तो उन्होंने पूरी जांच पड़ताल के बाद 50 हजार रूपयें उषा बैरवा के पिता को स्कूल में बुलाकर वापस लौटा दिया.

शिक्षक ने ईमानदारी की ये मिशाल पेश कर साबित कर दिया कि किताबी ज्ञान के साथ साथ कई अन्य संस्कार भी जीवन में जरूरी होते हैं. वो शिक्षा के मंदिर यानी स्कूल में ही शिक्षकों से सीखने को मिलते है. शिक्षक अरविंद कुमार माहेश्वरी को 50 प्रतिशत नई और 50 प्रतिशत पुरानी पाठ्य पुस्तकों का वितरण छात्र-छात्राओं के बीच करने का दायित्व स्कूल के प्रधानाचार्य ने सौंप रखा था. 7वीं कक्षा की पुरानी किताब में 50 हजार रूपये की गड्डी मिलने के बाद पुस्तक वितरण प्रभारी ने उसपर जिस छात्रा का नाम लिखा था उसके पिता को फोन किया. छात्रा उषा के पिता ने स्वीकार किया कि किताब में रखा पैसा उनका ही है. इस पर शिक्षक ने छात्रा के पिता को स्कूल बुलाकर 50 हजार रुपये की राशि लौटा दी.

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